Updated January 17th, 2022 at 23:57 IST
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में PM Modi का संबोधन, कहा- ‘कोरोना महामारी में भारत ने ‘वन अर्थ वन हेल्थ' के विजन पर किया काम’
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) दावोस एजेंडा में 'स्टेट ऑफ द वर्ल्ड' को संबोधित किया है।
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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) दावोस एजेंडा में WEF के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष क्लॉस श्वाब के साथ 'स्टेट ऑफ द वर्ल्ड' को संबोधित किया है। देश की आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मनाने के साथ, पीएम मोदी ने आशा व्यक्त की कि भारत अपनी अपेक्षाओं पर खरा उतर सकता है और आने वाले दशकों में स्थायी और विश्वसनीय विकास की दिशा में काम कर सकता है।
पीएम ने अपने सम्बोधन में कहा, "भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है और देश में 156 करोड़ वैक्सीन की खुराक के साथ पूरी दुनिया को लीड कर रहा है। भारत जैसे मजबूत लोकतंत्र ने दुनिया को एक सुंदर उपहार, आशा का गुलदस्ता दिया है। इस गुलदस्ते में हमारी तकनीक, हमारी प्रतिभा, हमारी स्वभाव। भारत इस महामारी से बाहर निकलने में एक भूमिका निभाने जा रहा है।
भारत 'वन अर्थ वन हेल्थ' के लिए प्रतिबद्ध: पीएम मोदी
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस एजेंडा में PM मोदी भारत ने अपने सम्बोधन में कहा कि 'वन अर्थ, वन हेल्थ' के विजन पर चलते हुए कई देशों को कोरोना की ज़रूरी दवाई और वैक्सीन देकर भारत ने करोड़ों जीवन बचाया है। आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फार्मा निर्माता है और फार्मेसी टू द वर्ल्ड है।
भारत में निवेश करने का सबसे अच्छा समय: पीएम मोदी
वहीं पीएम मोदी ने यह साझा करते हुए कहा कि कैसे भारत के पास अब दुनिया का सबसे बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म-यूपीआई है। उन्होंने यह भी विस्तार से बताया कि कैसे भारत का डिजिटल बुनियादी ढांचा देश की एक बड़ी शक्ति के रूप में आरोग्य सेतु और काउइन जैसे तकनीकी समाधानों को जन्म दे रहा है। आईटी क्षेत्र ने दुनिया को बचाने के लिए 24 घंटे काम किया है।
प्रधान मंत्री ने जोर दिया, “आज भारत के पास विश्व का बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल भुगतान मंच है। सिर्फ पिछले महीने की ही बात करें तो भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के माध्यम से 4.4 बिलियन लेन-देन हुए है।”
मिशन लाइफ, 3P भविष्य के लिए लक्ष्य
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए पीएम ने साझा किया कि आज भारत दुनिया में रिकॉर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है। 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर भारत में काम कर रहे हैं। आज भारत में दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा यूनिकॉर्न्स हैं। भारत में 10 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं।
पर्यावरण मुद्दे पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत नीतियां बना रहा है और वर्तमान के साथ-साथ अगले 25 वर्षों के लक्ष्यों के बारे में भी निर्णय ले रहा है। आगे उन्होंने कहा, "इस अवधि में भारत ने उच्च विकास, कल्याण की संतृप्ति, और कल्याण के लक्ष्य निर्धारित किए हैं। विकास की यह अवधि भी हरी होगी, यह स्वच्छ भी होगी, यह टिकाऊ भी होगी, यह भरोसेमंद भी होगी। हम जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 100% समर्पित हैं। भारत ने पेरिस में जो घोषणा की, हमने लक्ष्य को 9 साल पहले हासिल कर लिया है।”
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Published January 17th, 2022 at 23:56 IST
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