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Updated September 22nd, 2018 at 11:25 IST

बिहार: लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर नीतीश कुमार ने रखी BJP के सामने ये बड़ी मांग..

2019 लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं.

Reported by: Gaurav Kumar
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2019 लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं. इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई. बता दें, CM नीतीश कुमार ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी से बराबर सीटों की मांग की है. इसके साथ ही JDU भारतीय जनता पार्टी के साथ साल 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भी अभी से ही सीटों के बंटवारे की बात कर रही हैं. 

बता दें, सीटों के बंटवारे को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री और JDU चीफ नीतीश कुमार ने दिल्ली में भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह से लगभग 30 मिनट तक मुलाकात की थी. सूत्रों की माने तो JDU इस बार आर-पार के मूड में है. JDU चाहती है कि वो लोकसभा चुनाव में बीजेपी से एक सीट ज्यादा पर चुनाव लड़े और यदि ऐसा नहीं होता है तो वो बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की कोशिश करेंगे. इसके साथ ही वो पांच और तीन सीटों को रामविलास पासवान की पार्टी LJP और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP के लिए छोड़ सकती है.

इसके साथ ही अगर चुनाव से पहले RLSP लालू यादव की पार्टी RJD के साथ गठबंधन कर लेती है तो RLSP के कोटे से बची हुई सीटों को BJP-JDU-LJP में बांट दिया जाएगा. बता दें, तेजस्वी यादव की तरफ से कई बार उपेंद्र कुशवाहा को गठबंधन में शामिल होने के लिए कहा गया है. साल 2014 के चुनावों में बीजेपी ने 22 लोकसभा सीटों को जीता था. इस मामले में बीजेपी को अपने 6 लोकसभा सीटों की कुर्बानी देनी पड़ सकती है. 

साल 2013 में जब भाजपा और JDU एक साथ थी तब बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से अक्सर JDU 25 सीटों पर और BJP 15 सीटों पर चुनाव लड़ती थी.

लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ सीटों के बंटवारे के अलावा नीतीश कुमार ने 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा के चुनावों में सीटों के बंटवारे पर भी बात की है. बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं. JDU बीजेपी से 20 सीटें ज्यादा पर चुनाव लड़ना चाहती है. साल 2010 में JDU ने बिहार की 142 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं बीजेपी ने 101 सीटों पर. 

सूत्रों की माने तो बिहार के CM नीतीश कुमार और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ इस मीटिंग में प्रशांत किशोर और बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे. इस मीटिंग के तुरंत बाद अमित शाह वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलने के लिए पहुंचे और उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी दी. सूत्रों की माने तो बीजेपी जेडीयू को 15 सीटें देने के लिए तैयार है लेकिन JDU के तेवर साफ हैं. वो बीजेपी के बराबर सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रही है.

साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में महागठबंधन बनाम बीजेपी के मुकाबले में बीजेपी को सिर्फ 53 सीटों पर ही जीत मिली थी. वहीं 2014 के चुनावों में JDU को सीर्फ दो सीटें ही हासिल हुई थी. 

बीजेपी के दिग्गज नेता बिहार में नीतीश कुमार की भूमिका को जानते हैं. नीतीश कुमार की पिछड़ों, दलित और OBC में काफी पकड़ है. जाहिर सी बात है कि वो इस तरह नीतीश कुमार को खोने का जोखिम नहीं उठाएंगे.

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Published September 20th, 2018 at 19:05 IST

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