Updated May 2nd, 2024 at 14:58 IST
LG वीके सक्सेना का DCW पर बड़ा एक्शन, दिल्ली महिला आयोग से निकाले गए 223 कर्मचारी
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली महिला आयोग पर बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल, वीके सक्सेना के आदेश पर DCW से 223 कर्मचारी निकाले गए।
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दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली महिला आयोग के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। वीके सक्सेना के आदेश पर DCW से 223 कर्मचारी निकाले गए। जानकारी के अनुसार उपराज्यपाल वीके सक्सेना का ये आदेश इसलिए आया है क्योंकि आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना अनुमति के इन कर्मचारियों की नियुक्ति की थी।
बता दें, DCW चीफ स्वाति मालीवाल ने इन कर्मचारियों की कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर नियुक्ति की थी। ऐसे में कहा ये जा रहा है कि DCW को कॉन्ट्रैक्ट पर कर्मचारी रखने का अधिकार नहीं है। फरवरी 2017 में एक इन्केवरी रिपोर्ट तैयार की गई थी, जिसके आधार पर ये कार्रवाई की गई है। मामले में आरोप ये भी लगाया गया है कि इनकी नियुक्ति के लिए ना तो मूल्यांकन किया गया, ना ही अतिरिक्त वित्तीय बोझ के लिए इजाजत ली गई।
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स्वाति मालीवाल ने बताया तुगलकी फरमान
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चीफ स्वाति मालीवाल ने मामले में पोस्ट कर लिखा, "LG साहब ने DCW के सारे कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ को हटाने का एक तुगलकी फरमान जारी किया है। आज महिला आयोग में कुल 90 स्टाफ है, जिसमें सिर्फ 8 लोग सरकार द्वारा दिये गये हैं, बाकी सब 3-3 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर हैं। अगर सब कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ को हटा दिया जाएगा, तो महिला आयोग पे ताला लग जाएगा। ऐसा क्यों कर रहे हैं ये लोग? खून पसीने से बनी है ये संस्था। उसको स्टाफ और सरंक्षण देने की जगह आप जड़ से खत्म कर रहे हो? मेरे जीते जी मैं महिला आयोग बंद नहीं होने दूंगी। मुझे जेल में डाल दो, महिलाओं पे मत ज़ुल्म करो!"
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Published May 2nd, 2024 at 10:25 IST
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