Advertisement

Updated April 19th, 2024 at 17:38 IST

CM अरविंद केजरीवाल के तिहाड़ में आलू पूरी और आम खाने पर जेल से कोर्ट तक... क्यों बरपा हंगामा?

Delhi: अरविंद केजरीवाल ने जेल में नियमित जांच और इंसुलिन की मांग को लेकर राउज एवेंयू कोर्ट में याचिका लगाई थी। याचिका पर अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।

Reported by: Digital Desk
Edited by: Dalchand Kumar
Arvind Kejriwal
अरविंद केजरीवाल | Image:File
Advertisement

Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के जेल में आलू पूरी और आम खाने पर हंगामा मचा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 21 मार्च के बाद से तिहाड़ जेल में हैं। हालांकि जेल के भीतर रहकर उनके खानपान और स्वास्थ्य के मसले पर जेल से लेकर अदालत की चौखट तक संग्राम छिड़ा है। मामला दिल्ली की राउज एवेंयू कोर्ट में पहुंचा, जहां केजरीवाल ने याचिका दाखिल की थी। अभी अदालत ने इस याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।

हालिया दिनों में केंद्रीय एजेंसी ED ने दावा किया कि केजरीवाल 'टाइप 2' डायबिटीज होने के बावजूद हर दिन पूड़ी-आलू, आम और मिठाई जैसे हाई सुगर वाली चीजें खा रहे हैं, ताकि मेडिकल आधार पर उन्हें जमानत मिल सके। इसके बाद आम आदमी पार्टी आई और ईडी ने झूठने वाले के आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि जेल में केजरीवाल की जान लेने का 'षड्यंत्र' हो रहा है। तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल में नियमित जांच और इंसुलिन देने की मांग को लेकर राउज एवेंयू कोर्ट में याचिका लगाई थी। इस याचिका पर सभी पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।

Advertisement

22 अप्रैल को आएगा कोर्ट का फैसला

राउज एवेंयू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने सभी पक्षों की दलीलें विस्तार से सुनने के बाद कहा कि मैं 22 अप्रैल 2024 को आदेश पारित करूंगी। इस बीच कोर्ट ने तिहाड़ जेल अथॉरिटी और केंद्रीय एजेंसी ED से अरविंद केजरीवाल की याचिका पर जवाब मांगा है। जेल प्रशासन और ईडी को शुक्रवार तक विस्तृत जवाब दाखिल करने को कहा है।

Advertisement

यह भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल को देखकर भावुक हुए भगवंत मान, बताया तिहाड़ जेल में कैसी रही 30 मिनट की मुलाकात

राउज एवेंयू कोर्ट क्या-क्या हुआ?

केजरीवाल की तरफ से वकील अभिषेक मनु सिंघवी: केजरीवाल को 22 साल से डाईबेटिक की प्रॉब्लम है, हर दिन इंसुलिन लेते हैं। गिरफ्तारी से पहले केजरीवाल का जिस डॉक्टर से इलाज चल रहा था, उसी डॉक्टर से कंसल्टेंट करने की इजाजत दी जाए।
वकील: जेल में 48 बार घर का खाना गया, जिसमें से सिर्फ 3 बार आम भेजा गया था। 8 अप्रैल के बाद केजरीवाल को खाने में आम नहीं भेजा गया। 48 बार में से सिर्फ एक बार नवरात्रि के खाने में आलू पूरी खाई। ये नवरात्रि का प्रसाद था।
केजरीवाल: क्या मैं कोई गैंगस्टर हूं कि मुझे अपने डॉक्टर से 15 मिनट के वीसी परामर्श की भी अनुमति नहीं दी जा सकती?
वकील: ED का मामले से कोई लेना देना नहीं है। केजरीवाल जेल में हैं। यए सिर्फ मीडिया में बयान देने के लिए यहां आए हैं। आज अखबार आलू पूरी से भरा पड़ा हुआ है कि कितनी बार आलू पूरी खाई है। 
कोर्ट: हमने जेल ऑथारिटी से रिपोर्ट मंगाई है।
ED: केजरीवाल ने अर्जी में हमको पार्टी क्यों नहीं बनाया है?
केजरीवाल के वकील रमेश गुप्ता: ED सिर्फ ये कहने की कोशिश कर रहा है कि आम खा रहा है आम आदमी।
ED: इस अर्जी में ED को पार्टी बनाया है।
केजरीवाल के वकील: हमने पार्टी नहीं बनाया है। रजिस्ट्री ने पार्टी बनाने के लिए कहा था।
ED: हमारी कल की दलील के अनुसार केजरीवाल के खाने की सामग्री डॉक्टर के निर्धारित खाने से मेल नहीं खाती है।
केजरीवाल की डाइट को लेकर तिहाड़ जेल ऑथारिटी ने कोर्ट में रिपोर्ट जमा कराई।
केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी: इस मामले को दबाने के लिए जेल अधिकारियों ने ईडी के साथ मिलकर मीडिया ट्रायल करने की कोशिश की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल के खान-पान के कारण उनका शुगर लेवल बढ़ रहा है।
जेल अथॉरिटी: जब केजरीवाल को जेल में लाया गया था तो वो पहले इंसुलिन ले रहे थे, लेकिन बाद में खुद बंद कर दिया था। केजरीवाल को घर से बना खाना देने में कोई शर्त नहीं थी कि वो फल या कुछ भी खाएं। दरअसल, वो डाइट फॉलो नहीं कर रहे हैं। हमें एम्स से भी राय मिली है, इसके मुताबिक उन्हें आम से परहेज करना चाहिए। जेल मैनुअल के अनुसार घर का बना खाना कैदी को नहीं दिया जा सकता है।
तिहाड प्रशासन: मेरा सुझाव है कि घर का बना खाना एम्स की रिपोर्ट के अनुसार होना चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है, तो ये सुझाव देना पड़ेगा कि जेल मैनुअल के अनुसार घर का बना खाना नहीं दिया जाना चाहिए। केजरीवाल को डाइट को फॉलो करना चाहिए। इंसुलिन की कोई जरूरत नहीं है। एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें आम, चीकू, केला आदि से परहेज करना होगा ।
कोर्ट ने केजरीवाल के वकील से कहा: एक अप्रैल को जब घर से बना खाने की इजाजत दी गई थी तो उस समय आपने डाइट चार्ट दिया, ये आपको फॉलो करना चाहिए। आपके डाइट चार्ट और जेल द्वारा दिए गए डाइट चार्ट का तुलनात्मक चार्ट से ऐसा लगता है कि उसमें कुछ बदलाव हुआ है।
केजरीवाल के वकील: आम और आलू पुरी जैसे मामूली बदलाव की वजह से इंसुलिन के लिए मेरे आवेदन का विरोध नहीं किया जा सकता है।
ED: AIIMS के डॉक्टर को केजरीवाल की सेहत की जांच करने दिया जाए
केजरीवाल के वकील: हमको ED की सलाह की जरूरत नहीं है। ED का मामले से कोई लेना देना नहीं है। कोर्ट को जेल ऑथारिटी से पूछना चाहिए कि ED को केजरीवाल के खाने की एक-एक डिटेल किस अथॉरिटी के तहत दी गईं। जेल ऑथरिटी ने किस अधिकार के तहत कोर्ट द्वारा सुझाए गए डाइट के बाहर का खाना क्यों केजरीवाल को देने दिया?
कोर्ट ने जेल ऑथारिटी और ED से केजरीवाल की याचिका पर जवाब मांगा
कोर्ट: 22 अप्रैल 2024 को आदेश पारित किया जाएगा।

ED के आरोप क्या हैं?

आबकारी नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर ED ने गुरुवार को अदालत में बड़ा दावा किया था। ईडी का दावा है- 'केजरीवाल नियमित रूप से चीनी वाली चाय, आम, केला, मिठाई (1 या 2 टुकड़े), पूड़ी, आलू की सब्जी जैसी चीजें खा रहे हैं। इन चीजों से शुगर बढ़ती है। ऐसा चिकित्सा आधार पर अदालत से जमानत पाने के लिए किया जा रहा है।' ईडी ने ही अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। ये पूरा मामला दिल्ली की नई आबकारी नीति के तहत कथित तौर पर शराब घोटाले से जुड़ा है।

ED के दावों पर AAP की सफाई

केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाए तो AAP के नेता केजरीवाल का बचाव करने के लिए आगे आए। दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को जेल में मिल रहे घर के खाने को रोककर और उन्हें इंसुलिन ना देकर उनकी जान लेने का 'बड़ा षड्यंत्र' रचा जा रहा है।

आतिशी का कहना है- 'इंसुलिन के लिए मुख्यमंत्री के अनुरोध को तिहाड़ जेल प्रशासन ने अस्वीकार कर दिया। उनके डॉक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की व्यवस्था करने के प्रयासों को ED और जेल अधिकारियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।' मंत्री आतिशी कहती हैं- 'पिछले कुछ दिनों से केजरीवाल के ब्लड में शुगर लेवल 300 एमजी/डीएल से ज्यादा है। केजरीवाल के बार-बार अनुरोध के बावजूद उन्हें इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है और उनके ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ता जा रहा है। उन्हें दवा नहीं दी जा रही है, क्योंकि उनकी जान लेने की साजिश है।'

Advertisement

यह भी पढ़ें: केजरीवाल के खाने में अब अंडे की एंट्री, बीजेपी बोली- नवरात्रों में अंडे सिर्फ चुनावी हिंदू ही खा सकता

Advertisement

Published April 19th, 2024 at 17:27 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

1 दिन पहलेे
1 दिन पहलेे
2 दिन पहलेे
2 दिन पहलेे
3 दिन पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo