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Updated April 24th, 2024 at 17:46 IST

कांग्रेस के घोषणा पत्र में सर्वे की बात सोची समझी साजिश, सैम पित्रोदा के बयान से पुष्टि- सचदेवा

लोकसभा चुनावो के बीच सैम पित्रोदा का बयान कांग्रेस के गले की फांस बन गया है। जो न कांग्रेस से निगलते बन रहा है न ही उगते।

Reported by: Digital Desk
Edited by: Deepak Gupta
Virendra Sachdeva
वीरेंद्र सचदेवा का कांग्रेस पर हमला | Image:PTI
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Lok Sabha Election: लोकसभा चुनावों के बीच इंडियन ओवसीज कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा का बयान कांग्रेस के गले की फांस बन गया है। जो न कांग्रेस से निगलते बन रहा है न ही उगते। हालांकि कांग्रेस ने उनके बयान को निजी करार देते हुए पल्ला झाड़ने की कोशिश की है, लेकिन पित्रोदा के बयान के बाद से भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर है।

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो में तुष्टिकरण की सोच दिखाई देती है। कांग्रेस महिलाओं के गहनों का सर्वे कार्रवाई की  कांग्रेस लोगों के संपत्ति का सर्वे करवाई थी। राहुल गांधी बताएं कि आखिर किस सोच के साथ इस मेनिफेस्टो में जोड़ा है।

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कांग्रेस का घोषणापत्र सोची-समझी साजिश- वीरेंद्र सचदेवा

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान के बाद पुष्टि होती है कि कांग्रेस की घोषणा पत्र में यह बात कोई अनजाने में नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत है। एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए कांग्रेस किस हद तक जा सकती है वो सभी के सामने है ।

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राहुल गांधी देश से माफी मांगे - वीरेंद्र सचदेवा

उन्होंने कहा कि इस देश में हिंदू होना गुनाह है क्या? कांग्रेस ने कितने आसानी से लिख दिया कि सत्ता में आएंगे तो संपत्ति का सर्वे करा कर उसका अधिकरण करेंगे। हमारी मांग है कि राहुल गांधी देश से माफी मांगे और इस मुद्दे पर अपना स्पष्टीकरण दे।

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सैम पित्रोदा ने क्या कहा?

सैम पित्रोदा के एक बयान ने बीजेपी की उस बात को पुख्ता किया है जिसमें वो प्रॉपर्टी बंटवारे की बात करती है।  पित्रोदा ने कहा है कि भारत में विरासत टैक्स लगाने पर बहस होनी चाहिए। अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। अगर किसी शख्स के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है। उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को मिलती है, जबकि 55 फीसदी संपत्ति पर सरकार का मालिकाना हक हो जाता है। ये एक बड़ा ही दिलचस्प कानून है।

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पित्रोदा ने कहा कि भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है। यहां अगर किसी के पास 10 अरब रुपए की प्रॉपर्टी है तो उसके मरने के बाद उनके बच्चों को सारी की सारी प्रॉपर्टी मिल जाती है। जनता के लिए कुछ नहीं बचता। मुझे लगता है कि इस तरह के मुद्दों पर लोगों को चर्चा करनी चाहिए।

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Published April 24th, 2024 at 17:46 IST

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