Updated October 17th, 2018 at 19:51 IST
इंश्योरेंस के पैसे के लिए शख्स ने रची अपनी मौत की झूठी साजिश, इस वजह से पुलिस को बताना पड़ा सच..
आरोपी की पत्नी को अपने पति की मारने की खबर से गहरा धक्का लगा और 31 वर्षीय महिला ने बुधवार को सोशल साइट वीचैट पर अपना आखिरी पोस्ट लिखा
Advertisement
आदमी का झूठ- फरेब वाली प्रवृति उसके लिए किस हद तक घातक हो सकती है उस अंदाजा इस ताजी घटना से लगाया जा सकता है जहां एक शख्स ने इंश्योरेंस क्लेम लेने के लिए अपनी मौत की झूठी कहानी गढ़ डाली, लेकिन इसका झूठी कहानी की भरपाई उसको अपने परिवार की जान गंवाकर उठानी पड़ी.
अंग्रेजी अखबार साउड चाइना मार्निंग पोस्ट के मुताबिक 34 साल के इस शख्स ने शुक्रवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस ने इसके खिलाफ इंश्योरेंस कंपनी के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज और राष्ट्रिय संपत्ति के जानबूझकर नुकसान के आरोप में हिरासत में लिया गया है.
चीन के दक्षिणी प्रांत हुनान से आरोपी ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी पत्नी को बताने के बिना 7 सितंबर को 1 मिलियन युआन (यूएस $ 144,000) की जीवन बीमा पॉलिसी खरीदी थी. उसके बाद उसने अपने मालिक से एक कार ली और उसे नदी में डूबा दिया, ताकि उसका परिवार बीमा का दावा कर सके.
आरोपी की पत्नी को अपने पति की मारने की खबर से गहरा धक्का लगा और 31 वर्षीय महिला ने बुधवार को सोशल साइट वीचैट पर अपना आखिरी पोस्ट लिखा साथ ही अपने एक बेटी और बेटी के साथ वो गायब हो गई. जिसके बाद लांगटांग टाउनशिप में उनके घर के पास वाली झील में महिला समेत बच्चों का शव बरामद हुआ. वीचैट पर स्थानीय सरकार के एक बयान के मुताबिक पुलिस को हत्या से इंनकार कर दिया.
वीचैट पर जारी किए गए पोस्ट में आरोपी की पत्नी ने लिखा था कि जब मेरा पति गायब हो गया तो पारिवारिक दबाव के चलते जिंदा रहने की इच्छा खत्म हो गई.
उसने लिखा कि उसके परिवार ने शिकायत की है कि उसने बहुत पैसा खर्च किया है और मानसिक रूप से बीमार भी थी. नोट के मुताबिक, उसके परिवार ने शहर में नौकरी कराने का फैसले का विरोध किया.
उसने आगे अनपे नोट में लिखा कि मैं खुद को मारना चाहती थी लेकिन यह सोच रही थी कि मेरे बच्चे अपने माता- पिता के कैसे रहेंगे, मैंने उन्हें अपने साथ लेने का फैसला किया"
बीजिंग यूथ डेली के अनुसार, उनके परिवार ने पुष्टि की कि लड़की को पिछले साल मिर्गी का पता चला था और तब से दवा ले रही हैं.
Advertisement
Published October 17th, 2018 at 18:26 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।