Updated May 10th, 2024 at 22:02 IST
चीनी खिलाड़ियों को लगातार हराने के लिए क्या करना होगा? भारतीय टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने बताया
भारतीय स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने हाल ही में चीन के खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने को लेकर अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है।
- स्पोर्ट्स
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Table Tennis: WTT (विश्व टेबल टेनिस) टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनने वाली मनिका बत्रा ने कहा कि वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज खिलाड़ियों को लगातार हराने के लिए उन्हें रणनीति और फिटनेस के मोर्चे पर बेहतर होना होगा।
सउदी अरब में खेले गए ग्रैंड स्मैश के क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाली मनिका ने दूसरे दौर में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी वांग मान्यु को शिकस्त दी थी। उन्होंने इसके बाद जर्मनी की नीना मिट्टेलहम को मात दी थी। वान्यु 2021 में महिला एकल की विश्व चैम्पियन रहने के साथ टोक्यो ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट हैं। टूर्नामेंट के महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में जापान की हिना हयाता से 1-4 से हारकर उनका सफर समाप्त हो गया।
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ओलंपिक से पहले कहां सुधार की जरूरत?
28 साल की मनिका बत्रा ने सऊदी अरब में सफल प्रदर्शन के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि एक हफ्ते तक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने से उन्हें इस बात का अच्छा अंदाजा हो गया है कि पेरिस ओलंपिक से पहले उन्हें कहां सुधार करने की जरूरत है। पिछले महीने मकाऊ विश्व कप में वांग से मिली करारी शिकस्त का बदला पूरा करने वाली मनिका ने मुस्कुराते हुए कहा-
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मैं सच में खुश हूं। मुझे उसे हराने में बहुत मजा आया।
उस हार के बाद कोच अमन बालगु के साथ विशेष योजना बनाने से मनिका को ऐतिहासिक जीत दर्ज करने में मदद मिली। इस पर उन्होंने कहा-
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मकाऊ के बाद मैंने अपने कोच के साथ योजना बनाई। मैं उस समय सच में भावुक थी, क्योंकि मैंने उन्हें बताया कि कुछ गलत हो रहा है और हमें कुछ चीजों पर काम करना होगा। इसके बाद हमारे पास मेहनत करने के लिए 10-12 दिन का समय था। इस दौरान अभ्यास सत्र से मुझे वास्तव में मदद मिली। इसका फायदा सिर्फ वांग ही नहीं, बल्कि अन्य दो खिलाड़ियों के खिलाफ भी मिला।
'गति बढ़ाने के साथ फोरहैंड में तेजी लाने की जरूरत'
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इस समय वर्ल्ड रैंकिंग में 39वें नंबर पर काबिज मनिका इस प्रदर्शन के बाद शीर्ष 25 में पहुंच जाएंगी। उन्होंने कहा कि चीन की मजबूत खिलाड़ियों के खिलाफ लगातार प्रतिस्पर्धा करने के लिए उन्हें खेल की गति बढ़ाने के साथ अपने फोरहैंड से अधिक आक्रमण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा-
सच कहूं तो मुझे चीन की खिलाड़ी और अपने खेल में ज्यादा अंतर नहीं दिखा, लेकिन मैंने इस टूर्नामेंट में महसूस किया कि अगर आप सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचना चाहते हैं तो आपकी फिटनेस उच्च दर्जे की होनी चाहिए। इस मामले में चीन और जापान की खिलाड़ी वाकई काफी आगे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि क्वार्टर या सेमीफाइनल के बाद आप पर थकान हावी होने लगें। ऐसे में मैंने इस टूर्नामेंट से वास्तव में सीखा कि मुझे ओलंपिक तक अपनी फिटनेस और खेल की गति को बढ़ाने पर काम करना होगा।
उन्होंने सउदी समैश का जिक्र करते हुए कहा-
खेल के हिसाब से, इस टूर्नामेंट में सब कुछ था। बस मानसिक रूप से आपको मजबूत होना होगा और आपको विश्वास करना होगा कि आप यह कर सकते हैं। विश्व रैंकिंग में दूसरे और 14वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी को हराना एक बहुत बड़ा प्रोत्साहन है। मुझे अपनी फोरहैंड जैसी कुछ चीजों पर काम करने की जरूरत है। इस टूर्नामेंट में यह वास्तव में अच्छा था लेकिन अगले स्तर पर जाने के लिए इसमें और सुधार की जरूरत है।
बता दें कि फ्रांस के पेरिस में होने वाले 2024 ओलंपिक खेलों के लिए भारत समेत तमाम देशों की तैयारियां तेज हैं।
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Published May 10th, 2024 at 22:02 IST
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