अपडेटेड 10 May 2024 at 20:35 IST

EXCLUSIVE/ 'जब अंग्रेज राज करते थे, क्या जरूरत थी आजादी की?', PM मोदी ने दिया जवाब; इंटरव्यू की 10 बड़ी बातें

PM Narendra Modi on Republic: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपब्‍लिक भारत से एक्‍सक्‍लूसिव बातचीत की।

“My message is that this game of deceit has to come to an end," said PM Modi.
“My message is that this game of deceit has to come to an end," said PM Modi. | Image: Republic Media

PM Narendra Modi on Republic: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपब्‍लिक भारत से एक्‍सक्‍लूसिव बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अयोध्या से लेकर पाकिस्तान और लोकसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर बात की। ऐसे में आइए रिपब्लिक के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी के साथ पीएम मोदी के इंटरव्यू की 10 बड़ी बातें जानते हैं।

PM मोदी के इंटरव्यू की 10 बड़ी बातें

1. हमारे देश में अंग्रेज राज करते थे, लोगो की भलाई का कार्य भी करते थे, फिर क्या जरूरत थी आजादी की। स्कूल खुल रहे थे, रेलवे का कार्य हो रहा है, सड़क बनते थे, अस्पताल खुल रहे थे फिर अंडमान की काला पानी की सजा क्यों भुगत रहे थे? पीएम मोदी ने कहा कि स्वाभिमान और सम्मान भी कोई चीज होती है।

2. पीएम ने लालू प्रसाद यादव के लैंड फॉर जॉब वाले खेल का जिक्र किया। कहा मेरी सोच यही है कि मैं उन युवाओं को उनकी जमीन लौटा सकूं। बोले- "मैं इस बात की जांच कर रहा हूं कि क्या बिहार में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में छीनी गई जमीन वापस की जा सकती है?" देश के मुखिया आगे बोले बंगाल में भी रोजगार के लिए रेट कार्ड सेट किया गया है। 17 हजार करोड़ रुपए गरीबों को लौटाए हैं...ये सक्सेस स्टोरी भी है, मैं हवा में गोली नहीं चला सकता...मैं गरीबों को उनका पैसा लौटाना चाहता हूं।

3. पीएम मोदी ने बताया कि कांग्रेस ने सबसे पहले संविधान की बॉडी पर हमला तब किया था, जब नंदलाल बोस के चित्रों को हटाया था। नंदलाल बोस के साथ ये कोई चित्र नहीं था, उसमें एक संदेश था कि हजारों साल की हमारी संस्कृति का एक नई कड़ी हमारा संविधान है। इसीलिए उन्होंने हजारों साल की संस्कृति को जोड़ते हुए एक पेंटिंग बनाई थी। बहुत सोच विचारकर संविधान की बॉडी बनाई गई थी। मैं संविधान की आत्मा की बात बाद में करता हूं मैं अभी उसकी बॉडी की बात कर रहा हूं। ये चित्र मामुली बात नहीं थी चित्रों में सिर्फ राम और कृष्ण के ही चित्र नहीं थे बल्कि इसमें गणराज्यों की भी चर्चा की गई है, जिसमें पूरे देश का सांस्कृतिक इतिहास था। इस चित्र को कांग्रेस ने सबसे पहले खत्म कर दिया। ये भारतीय संविधान पर पहला फिजिकल हमला था।

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4. पीएम मोदी ने आगे बताया कि  बॉडी पर हमला करने के बाद उन्होंने संविधान की आत्मा पर हमला किया। कैसे किया आइए आपको बताता हूं। भारतीय संविधान का जो सबसे पहला सुधार पंडित नेहरू जी ने किया उन्होंने फ्रीडम ऑफ स्पीच पर प्रतिबंध लगाया इसका मतलब उन्होंने संविधान की आत्मा पर चोट की। जो दुनिया के सामने खुद को लोकतांत्रिक बताते हैं उन्होंने ऐसा किया। पहले संविधान की शरीर पर हमला किया फिर आत्मा पर हमला किया अब वो संविधान की भावना पर हमला कर रहे हैं।

5. अर्नब गोस्वामी ने जब पीएम मोदी से ये सवाल किया कि क्या आपने 2014 में सत्ता संभालने के बाद से पाकिस्तान के दृष्टिकोण में कोई बदलाव देखा है? इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, हमें पाकिस्तान के अप्रोच में अपना दिमाग खफाना नहीं चाहिए। हमें अपने लक्ष्य के साथ आगे बढ़ना चाहिए। पीएम मोदी ने आगे कहा, हमें पाकिस्तान के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए। हमें इस बात की ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए कि क्या पाकिस्तान ने अपने दृष्टिकोण को बदला है। उसके अप्रोच की हमें चिंता नहीं करनी चाहिए। पिछले 10 वर्षों से, मैंने भारत को चलाने में पाकिस्तान के एक कारक होने पर ताला लगा दिया है।

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6. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और गांधी परिवार के बेहद करीबी सैम पित्रोदा की नस्लवाद टिप्पणी पर तीखा जवाब दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी कोशिश देश को ज्यादा टुकड़ों में बांटने की है और ये लोग उसी दिशा में जा रहे हैं। वो देश को अलग-अलग तरीकों से काट रहे हैं। ये बहुत खतरनाक खेल है। 'नस्लवाद' पर पीएम मोदी ने कहा कि कहा कि ये चीजें बहुत गहरी चोट पहुंचाती हैं। मैं उस सामाजिक-आर्थिक तबके से आया हूं, मैंने बहुत अपमान झेले हैं। मुझे मालूम है कि ये कितना दर्दनाक है। ये मुझे आइसोलेटेड नहीं लगता है।

7. प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि ये काले-गोरे का उदाहरण और हफ्ते के बाद शाम को सैम पित्रोदा का बयान दोनों अलग नहीं हैं। इसका मतलब उनकी (कांग्रेस) जो भी कोर कमेटी की मीटिंग हुई होगी, उसमें इन सारे विषयों की चर्चा हुई होगी। राहुल गांधी को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि ये ठीक है कि शहजादे की खुद की कुछ मर्यादाएं हैं, जितना उन्हें बोलना चाहिए वो नहीं बोल पाते हैं। इसलिए बाद में सैम पित्रोदा को पूरा करना पड़ा है। जो वहां अधूरा रह गया, वो उन्होंने पूरा किया। कल जरा तूफान ज्यादा हो गया है तो उन्होंने सैम पित्रोदा से इस्तीफा ले लिया।

8. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सैम पित्रोदा के लिए 15-20 दिन पहले ही एक ऑफिशियल बयान दिया कि ये (सैम पित्रोदा) हमारे वरिष्ठ व्यक्ति हैं। बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं, लेकिन इस विषय में ऐसा-ऐसा है। तो उन्होंने कोई ऑनरशिप ली थी। वो भाग खड़े हुए। लेकिन देश ये गलती नहीं मानता है, ये सोची समझी साजिश मानता है। भारत जैसे देश में हम तो श्रीकृष्ण के पुजारी रहे हैं, जो खुद काले थे। भगवान शंकर का रंग-रूप क्या था और पार्वती का रंग रूप क्या था।

9. पीएम ने कहा- भारत को आगे बढ़ाना है तो मैं जिस मंत्र को लेकर चलता हूं उसका महत्व बहुत है...सबका साथ सबका विकास, 2014 में इसमें जोड़ा सबका विश्वास…अब टारगेट बहुत बड़ा हो गया है तो सबका प्रयास की बात कर रहा हूं।

10. प्रधानमंत्री ने आगे कहा-- "..वोट की राजनीति करते करते,,,मुसलमानों को आरक्षण को देना है ये गलत है। मैं मनमोहन सिंह जी की मीटिंग में था जिसमें उन्होंने माइनोरिटी की बात की थी।  मैं वहां था...अब बदल रहे हैं। उनका ट्रैक रिकॉर्ड, मेनिफेस्टो और पब्लिक स्पीच को मिला कर देखें तो चित्र साफ दिखेगी।  कर्नाटक में, कांग्रेस ने मुस्लिम आरक्षण के लिए ओबीसी के आरक्षण पर डाका डाल दिया। आंध्र में भी कोशिश की लेकिन नहीं कर पाए।  संविधान सभा ने विरोध किया था धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता है। कई वर्षों तक नहीं किया।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 10 May 2024 at 20:25 IST