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Updated April 22nd, 2024 at 22:49 IST

J&K के राजौरी में संदिग्ध आतंकी हमला, एक व्यक्ति को मारी गोली; पुलिस ने इलाके को घेरा

Jammu Kashmir: J&K के राजौरी में संदिग्ध आतंकी हमला हुआ है।

Reported by: Digital Desk
Edited by: Kunal Verma
Jammu Kashmir
प्रतीकात्मक तस्वीर | Image:PTI
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Jammu Kashmir: J&K के राजौरी में संदिग्ध आतंकी हमला हुआ है। जानकारी मिल रही है कि मस्जिद से लौटते वक्त एक व्यक्ति को गोली मारी गई है। वह समाज कल्याण विभाग में था और उसका भाई प्रादेशिक सेना में है। सूचना मिल रही है कि हमले के वक्त चार संदिग्ध आतंकी इलाके में मौजूद थे।

पुलिस ने एक बयान में कहा- ‘शाहदरा शरीफ के कुंडा टोपे निवासी मोहम्मद अकबर के बेटे मोहम्मद रजाक के रूप में पहचाना जाने वाला एक व्यक्ति राजौरी में अपने पैतृक गांव में गोलीबारी की घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया है। बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और हमलावरों को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।' आपको बता दें कि मोहम्मद रजाक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है। 

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अनंतनाग में हुआ था आतंकी हमला

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले की सूचना मिली थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, जबलीपोरा बिजबेहेड़ा में बिहार के गैर स्थानीय लोगों पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की। इस दौरान बिहार का एक शख्स बुरी तरह से घायल हो गया। जानकारी के मुताबिक, उस शख्स ने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उसका नाम राजा शाह बताया गया था।

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जम्मू कश्मीर के BJP प्रवक्ता ने कहा था- 'अनंतनाग के बिजबेहरा में जीविकोपार्जन करने वाले बिहार निवासी राजा शाह की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। इस तरह की हरकतें विरोधियों की हताशा को दर्शाती हैं और ये हरकतें किसी भी तरह से कश्मीर में चुनाव बहिष्कार की राजनीति को पुनर्जीवित नहीं करेंगी। पुलिस से आग्रह करता हूं कि इस निर्दोष व्यक्ति के हत्यारों का पता लगाएं और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दें।'

आतंकी ठिकाने से आठ आईईडी, दो वायरलेस सेट जब्त

इससे पहले म्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक गांव में सुरक्षाबलों ने रविवार को आतंकवादियों के एक ठिकाने का भंडाफोड़ कर वहां से आठ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), दो वायरलेस सेट और कुछ गोला-बारूद बरामद किया।

अधिकारियों के मुताबिक बरामद की गयी विस्फोट सामग्री काफी जंग लगी हुई हालत में थी, जिससे पता चलता है कि दो दशक पहले आतंकवाद से मुक्त होने से पहले जब जिले में आतंकवादी सक्रिय थे तब इस ठिकाने का उपयोग किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि सेना की सहायता से पुलिस ने राजौरी शहर से 30 किलोमीटर दूर थन्नामंडी इलाके के अजमताबाद गांव में तलाशी अभियान चलाया और ठिकाने का पता लगाया।

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ये भी पढ़ेंः बीजेपी के मुकेश दलाल पिछले 12 साल में निर्विरोध जीत हासिल करने वाले पहले उम्मीदवार, 1951 से अबतक कितने?

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Published April 22nd, 2024 at 21:28 IST

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