Updated November 8th, 2021 at 09:05 IST
दिल्ली में जहरीली हवा: बच्चों के लिए कितना खतरनाक है वायु प्रदूषण, विशेषज्ञों ने बताया
उल्लेखनीय है कि राजधानी दिल्ली की हवा फिर जहरीली (Delhi Air Pollution) हो गई है। पिछले कई दिन से दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है।
Advertisement
राजधानी दिल्ली की हवा फिर जहरीली (Delhi Air Pollution) हो गई है। पिछले कई दिन से दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है। यह वायु प्रदूषण बच्चों के लिए कितना बड़ा खतरा है। जिसको लेकर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इंस्टीट्यूट ऑफ चेस्ट सर्जरी के अध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार (Dr Arvind Kumar) ने जानकारी दी है। एएनआई के अनुसार, डॉ अरविंद कुमार ने रविवार को कहा कि वायु प्रदूषण बच्चों (Effects of Air Pollution on Children) में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। यह बच्चों में अपूरणीय और अपरिवर्तनीय क्षति की वजह बनता है। उन्होंने यह भी कहा कि हवा में स्मॉग है और यह जनवरी तक बना रहेगा।
यह भी पढ़ें: वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली के अस्पतालों में बढ़े हार्ट पेशेंट; आज भी गंभीर श्रेणी में AQI
एएनआई से बात करते हुए डॉ अरविंद कुमार ने 'लंग केयर फाउंडेशन' अध्ययन का हवाला देते हुए कहा। 'दिल्ली में 50 प्रतिशत से अधिक किशोरों में छाती के लक्षण अधिक हैं। 29 प्रतिशत को अस्थमा है। 40 प्रतिशत मोटापे से ग्रस्त हैं (अस्थमा के 200 प्रतिशत अधिक मामले)। बच्चे भी पीड़ित हैं।'
डॉक्टर ने कहा, 'हमने पाया है कि बच्चों को सीने में तकलीफ हो रही है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत है। संक्षेप में वायु प्रदूषण उन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।' डॉ अरविंद कुमार ने आगे कहा कि प्रदूषण के कारण बच्चों को मस्तिष्क। फेफड़े। हृदय और अन्य अंगों में भी समस्या हो रही है।
कैसे निपटा जाए वायु प्रदूषण से?
वायु प्रदूषण और इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा। 'स्मॉग टॉवर स्थापित करना जनता के पैसे की भारी बर्बादी है और एक गंभीर गलती है। इसका जवाब हवा को प्रदूषित होने से रोकने में है।' कुमार ने कहा, 'प्रदूषण ने कोविड से अधिक लोगों की जान ली है। लेकिन इस पर उस तरह का ध्यान नहीं दिया गया है। जिसके वह जिम्मेदार हैं।'
यह भी पढ़ें: दिल्ली का प्रदूषण स्तर बुजुर्गों के लिए खतरनाक, कोविड से ठीक हुए मरीजों के लिए असुरक्षित: विशेषज्ञ
डॉ अरविंद कुमार ने यह भी कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कुछ कठोर कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'पराली जलाना प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। जिसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए।'
दिल्ली में गंभीर स्थिति में वायु प्रदूषण
वहीं सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने सोमवार को कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। फिलहाल वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 432 है. दिल्ली के अलावा नोएडा और गुरुग्राम में भी प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है। नोएडा में रविवार को एक्यूआई 'खतरनाक' श्रेणी में 575 पर दर्ज किया गया। जबकि गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता 478 पर 'गंभीर' श्रेणी में था।
Advertisement
Published November 8th, 2021 at 09:02 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।