Advertisement

Updated May 8th, 2024 at 23:13 IST

'कोई सफेद है, कोई काला...', क्या अब अधीर रंजन चौधरी ने भी कर दिया सैम पित्रोदा के बयान का समर्थन?

Adhir Ranjan Chowdhury statement: अधीर रंजन चौधरी ने सैम पित्रोदा के बयान को लेकर बड़ी टिप्पणी कर दी।

Reported by: Digital Desk
Edited by: Kunal Verma
Adhir Ranjan Chowdhury
Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury | Image:PTI
Advertisement

Adhir Ranjan Chowdhury statement: अधीर रंजन चौधरी ने सैम पित्रोदा के बयान को लेकर बड़ी टिप्पणी कर दी। कांग्रेस नेता ने कहा कि कोई व्यक्तिगत रूप से कुछ कहता है तो ये उनकी राय है। कोई सफेद होता है, कोई काला होता है, होता है तो क्या करें?

सैम पित्रोदा ने क्या कहा था?

इससे पहले पित्रोदा का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें वो भारतीय लोगों के रंग-रूप को लेकर विवादित बयान देते नजर आ रहे हैं। ये कहते हुए नजर आ रहे हैं कि भारत के पूर्व में रहने वाले चीनी साउथ में रहने वाले अफ्रीकन जैसे लगते हैं। वो कहते हुए दिखे- 'भारत जैसे विविधता वाले देश में सभी एक साथ रहते हैं। यहां पूर्व के लोग चीन के लोगों जैसे, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकी जैसे दिखते हैं। हम सभी भाई-बहन हैं।'

इससे पहले सैम पित्रोदा की 'विरासत कर कानून' वाली टिप्पणी ने भारत में नया विवाद खड़ा कर दिया था। पित्रोदा ने कहा था- 'अमेरिका में विरासत कर लगता है। अगर किसी के पास 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है, तो वह संभवतः 45 प्रतिशत अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है और 55 प्रतिशत सरकार हड़प लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है। यह कहता है कि आपने, अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब आप जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।'

Advertisement

विरासत कर क्या है?

विरासत कर मृत लोगों की प्रॉपर्टी या धनराशि पर लगने वाला कर है। आसान सी भाषा में कहें तो, किसी इंसान की मौत होने के बाद विरासत में जो आपको प्रॉपर्टी मिलती है, उसपर जो कर लगाया जाता है, उसे विरासत कर कहा जाता है। टैक्स फाउंडेशन की मानें तो संपत्ति और विरासत कर आपस में समान है। ये दोनों ही कर मृत्यु के बाद लगाए जाते हैं। कांग्रेस नेता इसे ही वापस लागू करने की बात कह रहे थे।
 

Advertisement

ये भी पढ़ेंः विरासत कर, फिर नस्लीय टिप्पणी से कांग्रेस की पिटवाई भद्द... सैम पित्रोदा ने दबाव में दिया इस्तीफा?

Advertisement

Published May 8th, 2024 at 22:56 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

1 दिन पहलेे
4 दिन पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo