Updated April 27th, 2024 at 07:58 IST
चीन-अमेरिका दुश्मन नहीं लेकिन... राष्ट्रपति शी जिनपिंग से US के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने की मुलाकात
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों देशों ने आपसी मतभेदों को सुलझाने पर जोर दिया।
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अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अपने दे दिवसीय दौरे पर चीन पहुंचे। वहां उन्होंने ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और दोनों देशों ने आपसी मतभेदों को सुलझाने पर जोर दिया। विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका की ओर से चीन के सामने चीन रूस के यूक्रेन पर हमले को समर्थन देने के साथ-साथ ताइवान और दक्षिण चीन सागर, मानवाधिकार और सिंथेटिक ओपिओइड प्रीकर्सर का उत्पादन और निर्यात समेत अन्य समस्याओं पर चिंता जाहिर की।
दोनों देशों के बीच हुए इस मुलाकात के बाद चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, "चीन सहयोग करने को इच्छुक है, लेकिन सहयोग दोतरफा होना चाहिए। चीन प्रतिस्पर्धा से डरता नहीं है, लेकिन प्रतिस्पर्धा खेल खेलने के बजाय एक साथ आगे बढ़ने के बारे में होनी चाहिए। चीन गैर-गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध है, अमेरिका को छोटे गुट नहीं बनाने चाहिए। हालांकि प्रत्येक पक्ष के अपने दोस्त और पार्टनर हो सकते हैं, लेकिन उसे दूसरे को निशाना नहीं बनाना चाहिए, विरोध नहीं करना चाहिए या नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।'' बयान में आगे कहा गया कि चीन एक आश्वस्त, खुले, समृद्ध और संपन्न अमेरिका का स्वागत करता है और उम्मीद करता है कि अमेरिका भी चीन के विकास को सकारात्मक नजरिये से देखेगा।
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'प्रतिद्वंदी के बजाए पार्टनर बने अमेरिका और चीन'
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, "पिछले 45 सालों में दोनों देशों के बीच संबंध उतार चढ़ाव से गुजरे हैं, और दोनों पक्ष कुछ महत्वपूर्ण सबक सीख सकते हैं: चीन और अमेरिका को प्रतिद्वंद्वियों के बजाय भागीदार बनना चाहिए; एक-दूसरे को चोट पहुंचाने के बजाय एक-दूसरे को सफल होने में मदद करें; द्वेषपूर्ण प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के बजाय सामान्य आधार और मतभेदों को सुरक्षित रखें; और एक बात कहकर कुछ और करने के बजाय कार्यों के साथ शब्दों का सम्मान करें।"
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कोई विकास ना होने का मतलब पीछे लौटना है: शी जिनपिंग
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा "जैसा कि एक चीनी कहावत है कि कोई प्रगति नहीं होने का मतलब पीछे लौटना है। यह चीन-अमेरिका संबंधों पर भी लागू होता है। यह आशा की जाती है कि दोनों टीमें सैन फ्रांसिस्को के विजन का पालन करने के लिए सक्रिय रूप से काम करना जारी रखेंगी, ताकि वास्तव में स्थिरता और सुधार हो सके। और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाएं।''
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Published April 27th, 2024 at 07:47 IST
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