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पब्लिश्ड 6 मार्च 2024 अत 7:38 pm ईस्ट

विरोधियों को अर्नब का करारा जवाब, 'हम षडयंत्र को हल्के में नहीं लेते'

सच परेशान हो सकता है पराजित नहीं... ये बात आज साबित हो गई। फर्जी टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) केस में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क की बड़ी जीत हुई है।  ये जीत उन विरोधियों के मुंह पर तमाचा है जो राष्ट्रवाद की आवाज को रोकना चाहते थे।  ये जीत उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है जो राष्ट्रवाद और सनातन विरोधी एजेंडा को एक्सपोज करने से रोकना चाहते थे। ये जीत उनके मुंह पर तमाचा है जो प्रोपगेंडा के जरिए देश को भ्रमित करना जारी रखना चाहते थे।  लेकिन रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को भारतीय न्याय व्यवस्था पर भरोसा था, कि एक दिन सच की जीत होगी।  रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को रोकने की हर साजिश नाकाम हुई। करीब साढे़  तीन साल की लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद सच की जीत हुई। विरोधियों की साजिशें नाकाम हुई।  रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क की इस जीत पर हर राष्ट्रवादी आज जश्न मना रहा है। क्योंकि रिपब्लिक नेटवर्क पर लगे तमाम आरोपों को कोर्ट ने झूठ का पुलिंदा बताया है। कोर्ट ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा कि झूठे आरोपों के साथ केस दर्ज किया है और गवाहों को डराया धमकाया गया था. फर्जी टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) केस में रिपब्लिक मीडिया की 3.5 साल बाद ये बहुत बड़ी जीत है। कोर्ट में खड़े किए झूठ के पहाड़ के सामने लंबे संघर्ष के बाद रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क का सच जीत गया। कोर्ट ने अपना ऐतिहासिक फैसला रिपब्लिक मीडिया के हक में सुनाते हुए सभी आरोपों झूठा पाया है।
 

Published March 6th, 2024 at 19:38 IST

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