अपडेटेड 15 May 2024 at 20:14 IST

काराकाट सीट पर रोचक हुआ मुकाबला, पवन सिंह ने सफलतापूर्वक नामांकन स्वीकार होने पर जनता से की ये अपील

भोजपुरी अभिनेता और काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह का नामांकन स्वीकार कर लिया गया है।

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Pawan Singh Nomination accepted
Pawan Singh Nomination accepted | Image: X- @PawanSingh909

Pawan Singh : भोजपुरी अभिनेता और काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह का नामांकन स्वीकार कर लिया गया है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए साझा की।

नामांकन स्वीकार करने के बाद उन्होंने कहा कि मां दुर्गा के आशीर्वाद से काराकाट लोकसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दाखिल किए गए दोनों नामांकन स्क्रूटिनी के बाद सफलतापूर्वक स्वीकृत किये गए हैं। अब मैं आधिकारिक रूप से काराकाट लोकसभा से आप सभी जनता जनार्दन का निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव आयोग के द्वारा घोषित किया गया हूं।

मुझे पूर्ण विश्वास है काराकाट की जनता आशार्वाद देगी- पवन सिंह

पवन सिंह ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है काराकाट लोकसभा की मां-मौसी-बुआ-भाई-बहन, युवा एवं बुजुर्ग इस बार मुझे सांसद के रूप में 5 साल अपने सेवक के तौर पर चुनने के लिए, मतदान स्वरुपी आशीर्वाद जरूर देंगी।

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काराकाट सीट पर दिलचस्प हुआ मुकाबला

बिहार में 40 लोकसभा की सीटों में से सबसे ज्यादा चर्चा जिस सीट की है वो काराकाट। काराकाट सीट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने के बाद देश भर हो रही है। एनडीए की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाह मैदान में हैं तो इंडिया गठबंधन की ओर से राजा राम सिंह मैदान में हैं। अब बहुजन समाज पार्टी ने धीरज सिंह के उतार कर मुकाबला और भी दिलचस्प बना दिया है।

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काराकाट सीट पर क्या है समीकरण?

अब काराकाट सीट पर क्या समीकरण बन रहा है इसकी चर्चा करते हैं।  रोहतास के जिस काराकाट सीट से पवन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहां, उनके सामने NDA और महागठबंधन दोनों के उम्मीदवार मैदान में हैं। NDA ने यहां से उपेन्द्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है तो महागठबंधन की तरफ CPI(ML) से राजाराम सिंह मैदान में हैं। दोनों ही एक ही जाति से संबंध रखते हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस सीट पर 3 लाख सर्वण और करीब ढाई लाख कुशवाहा -कुर्मी वोट पड़ते हैं।  सवर्णों में भी राजपूतों की संख्या ज्यादा है इस जाति के ही पवन सिंह हैं।

2008 में अस्तित्व में आई काराकाट लोकसभा सीट

बता दें कि इस सीट पर महागठबंधन अब तक कोई कमाल नहीं दिखा पाई है। इंडी गठबंधन ने इसबार काराकाट सीट से राजा राम सिंह को उम्मीदवार बनाया है। परिसीमन के बाद 2008 में काराकाट लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। इसके बाद से तीनों बार एनडीए ने जीत दर्ज की है अब तक महागठबंधन एक बार भी खुद को साबित नहीं कर पाया। इस सीट पर NDA का दबदबा रहा है। यहां कुशवाहा-कुर्मी का दबदबा रहा है ऐसे में उपेन्द्र कुशवाहा के लिए इस बार मुश्किल बड़ी नहीं थी। मगर पवन सिंह के यहां से निर्दलीय मैदान में आने के बाद यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 15 May 2024 at 20:13 IST