Updated March 24th, 2020 at 11:31 IST
हम डटे हैं काम पर आपके लिए, आप रहे घर पर देशवासियों के स्वास्थ्य के लिए
इस के चलते हमने दिल्ली ऐम्स के कुछ डॉक्टरों से बात की और उन्होंने बताया कि चुनौती काफी बड़ी है।
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दिल्ली:- एक बड़ा खतरा कोरोना वायरस देश के लिए चुनौती बना हुआ है और केंद्रीय सरकार के साथ साथ कुछ ऐसे भी लोग है जो अपनी जान की परवाह किए बगैर इस बड़े खतरे से देश वासियों को बचाने में लगे हैं। इसमें हमारे देश के पुलिस एवं पैरा मिलिट्री के जवान, डॉक्टर्स, सुरक्षा गार्ड, सफाईकर्मचारी, और घर घर तक आवश्यक चीज़े पहुंचने वाले वो सभी लोग हैं जो लगतार 24-24 घंटे काम कर रहे हैं तांकि देश और देशवासी महफूज़ रहें।
इस के चलते हमने दिल्ली ऐम्स के कुछ डॉक्टरों से बात की और उन्होंने बताया कि चुनौती काफी बड़ी है। धीरे धीरे इस वायरस का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है। हम सब लोग इससे निपटने के लिए तैयार है बशर्ते देशवासी घर में रह कर हमारा सहयोग करें। डॉ विजय कुमार गुज्जर जो कि ऐम्स में अस्सिटेंट प्रोफेसर है ने बताया कि सुबह सवेरे से बैठके शुरू हो जाती है जिस में हम इस कोरोना के खतरे को लेकर रोज़ाना सामने आनी वाली चुनोतियों के लिए अपने आप को तैयार करते है। डॉ. विजय के मुताबिक उनकी पूरी मेडीकल फर्टिनिटी द्वारा यह कोशिश की जा रही है कि लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा जागरूक करके घर पर ही रहने सलाह दी जाए। डॉ. विजय के मुताबिक हमारी सरकार ने काफी कोशिश की है कि इस बीमारी के कारण महामारी न फैले लेकिन कुछ गैरज़िम्मेदार नागरिक देश के सिस्टम में घुन बनकर घुस गए है और सब कुछ बर्बाद करने में लगे है। डॉ. विजय कुमार के मुताबिक सरकार नही चाहती कि लोग पैनिक हो लेकिन गैरज़िम्मेदार लोग अपने गलत रवैए से स्थिति खराब करने की पूरी कोशिश कर रहें है। डॉ. विजय ने कहा कि हम दिन रात हमारी इमेरजेंसी सर्विसेज देने में लगे है और सभी डॉक्टर मुस्तैद है तांकि देश वासी स्वस्थ रहें। हमारी ओ पी डी सर्विसेज इसीलिए ससपेंड की है कि यह बीमारी ज़्यादा लोगों में न फैले क्योंकि अगर यहां कोई भी संक्रिमत आदमी लोगों के बीच आ जाए और दूसरों को इन्फेक्टेड कर दे और दूसरे लोग बीमारी ले कर अपने इलाके में गए तो पूरा इलाका इस वायरस की चपेट में आ जायेगा। लोगो से बार बार हम यही अपील कर रहे है कि हम सभी इन परिस्थियों में आपकी सेवा में रहेंगे लेकिन आम आदमी का सहयोग बहुत ज़रूरी है तांकि कोरोना को देश में जड़ से खत्म किया जा सके।
सीनियर डॉ. जवाहर सिंह ने बताया कि हमारे ऊपर प्रेशर लगातार बना हुआ है लेकिन अगर लोग हमारा साथ दें तो इस प्रेशर की हमें कोई परवाह नही है और हम जल्द लोगों व सरकार की मदद से इस बीमारी को रोक भी पाएंगे और खत्म भी कर पाएंगे। हमारी बार बार अपील यही है कि सोशल डिस्टनसिंग बनाये रखें। जिस तरहं प्रधानमंत्री ने लोगो से अपील की थी कि जनता कर्फ्यू रखें और घरों में रहे जिसका एक अच्छा असर देश में देखने को भी मिला। उसी तरहं हम भी कहते है कि सरकार के निर्देशों को माने और सोशल डिस्टनसिंग के जरिये इस खतरनाक वायरस को बढ़ने से रोके। हम लोग दिन रात इसीलिए ड्यूटियों पर देशवासियों के लिए मुस्तैद है तांकि सभी लोग महफूज़ रहे और वो तभी होगा जब लोग घरों में ही सैनिटाइज होकर रहेंगे साथ ही इससे अस्पतालों पर भी प्रेशर काफी कम होगा अथवा सभी डॉक्टर ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को इस संक्रमण से बचा पाएंगे तथा लोगों को इसका शिकार भी नही होने देंगे। मैं फिर से रिपब्लिक मीडिया नेट्वर्क के माध्यम से लोगो को कहना चाहूंगा की "क्वारंटाइन से घबराएं नही, कोरोना को फैलाये नही"।
ऐम्स के सीनियर डॉक्टर अमरिंदर सिंह मल्ही ने कहा कि कुछ लोग यह समझ रहें कि यह बीमारी कुछ भी नही है और इसे गंभीरता से नही ले रहे। मैं उनको रिपब्लिक मीडिया नेट्वर्क के माध्यम से बताना और समझना चाहूंगा की आंकड़ो के आधार पर तो पहले यह समझे कि भारत की जनसंख्या 130 करोड़ के करीब है अगर 30 प्रतिशत लोग इससे संक्रमित हो गये तो 42 करोड़ लोग इस वायरस के प्रभाव में आ जायेंगे।इनमे से अगर 20 प्रतिशत लोगों को अस्पतालों में भर्ती करना पड़े तो करीब 8 करोड़ लोग अस्पतालों में होंगे और उनमें से 10 प्रतिशत लोगों को वेंटिलेटर की ज़रूरत पड़ती है तो करीब 4 करोड़ वेंटिलेटरों की ज़रूरत पड़ेगी और हमारे पास टोटल है 1 लाख वेंटिलेटर हैं। इससे आप समझ सकते है क्यों कहा जा रहा कि घरों में रहे और अपने आप को और पूरे देश को इस बीमारी से बचाने में मदद करें। इसीलिए मेरा कहना है कि हम तो आप के लिए दिन रात मुस्तैद है अस्पतालों में और यहीं पर ही हम कैम्प भी कर रहें है लेकिन "स्टे एट होम एंड स्टे सेफ"।
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Published March 25th, 2020 at 11:16 IST
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