Updated April 29th, 2024 at 14:03 IST
शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ इनकार,2 करोड़ की लैंड रोवर से पावर गेम,पवन सिंह काराकाट में बिगाड़ेंगे खेल?
काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले के बाद जब पवन सिंह अपनी 2 करोड़ की लैंड रोवर से रोड शो किया तो उसकी धमक पूरे देश में है।
- इलेक्शंस
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Pawan Singh: लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बज चुकी है। पहले दो चरणों में मतदान भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया है। बिहार की कुछ सीटों पर मतदान हो गए हैं तो कुछ सीटों में आने वाले चरणों में मतदान होंगे। इस बार बिहार में एक नाम जो जमकर सुर्खियां बटोर रा है वो है भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह। पवन सिंह ने जब से नर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है और रोड शो के जरिए अपनी पावर दिखाई इसके बाद हर तरफ उनकी चर्चा है।
काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले के बाद जब पवन सिंह अपनी 2 करोड़ की लैंड रोवर से रोड शो किया तो उसकी धमक पूरे देश में है। 23 अप्रैल को उन्होंने काराकाट में रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया था। 2 करोड़ की रेंज रोवर से जब पवन काराकाट की सड़क पर उतरे तो उनकी एक झलक पाने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ गई। 150 गाड़ियों के काफिले के साथ पवन सड़कों पर उतरे थे। उनके खाफिले में कई महंगी गाड़ियां भी शामिल थी। उनकी एक झलक पाने के लिए सड़कों पर लोग बेकाबू नजर आए।
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BJP ने पवन सिंह को आसनसोल से बनाया था उम्मीदवार
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए BJP ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था। पहली सूची में ही पवन सिंह का नाम जारी भी कर दिया गया था। मगर 24 घंटे के अंदर ही उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। चर्चा थी की वो बिहार के किसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं इस सिलसिले में उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की थी मगर शायद बात बनी नहीं। बिहार से सीट का इंतजार करते रहे थे मगर मिला नहीं। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
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पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से किया था इनकार
पश्चिम बंगाल के आसनसोल सीट से चुनाव लड़ने से इंकार करने के बात पवन की आलोचना भी हुई थी। कहा जा रहा था कि वो शत्रुघ्न सिन्हा के सामने हार मान ली। बता दें कि TMC ने आसनसोल से एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। पवन ने आसनसोल सीट से चुनाव नहीं लड़ने की वजह पर कभी खुलकर नहीं बताई। जब भी पत्रकारों ने ये सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरे कुछ निजी कारण थे।
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2 करोड़ की लैंड रोवर से दिखाया था पावर गेम
पवन सिंह ने रोड शो के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया तो चर्चा शुरू हो गई कि BJP उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है। सांसद मनोज तिवारी ने बयान देकर इस अटकल को और हवा दे दी। उन्होंने कहा था कि छोटा भाई है, नाराज है मना लेंगे। मगर एक्टर का कॉन्फिडेंस भी सातवें आसमान पर हैं और उन्होंने सारी अटकलों का खारिज कर करते हुए साफ कर दिया कि अब वो अपने कदम पीछे नहीं खीचेंगे। काराकाट से वो निर्दलीय ही चुनाव लड़गे क्योंकि उन्होंने अपनी मां ये वादा किया है।
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काराकाट सीट पर क्या है समीकरण?
अब काराकाट सीट पर क्या समीकरण बन रहा है इसकी चर्चा करते हैं। रोहतास के जिस काराकाट सीट से पवन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहां, उनके सामने NDA और महागठबंधन दोनों के उम्मीदवार मैदान में हैं। NDA ने यहां से उपेन्द्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है तो महागठबंधनकी तरफ CPI(ML) से राजाराम सिंह मैदान में हैं। दोनों ही एक ही जाति से संबंध रखते हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस सीट पर 3 लाख सर्वण और करीब ढाई लाख कुशवाहा -कुर्मी वोट पड़ते हैं। सवर्णों में भी राजपूतों की संख्या ज्यादा है इस जाति के ही पवन सिंह हैं।
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उपेन्द्र कुशवाहा के लिए बढ़ी मुश्किलें!
इस सीट पर महागठबंधन अब तक कोई कमाल नहीं दिखा पाई है। परिसीमन के बाद 2008 में काराकाट लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। इसके बाद से तीनों बार एनडीए ने जीत दर्ज की है अब तक महागठबंधन एक बार भी खुद को साबित नहीं कर पाया। इस सीट पर NDA का दबदबा रहा है। यहां कुशवाहा -कुर्मी का दबदबा रहा है ऐसे में उपेन्द्र कुशवाहा के लिए इस बार मुश्किल बड़ी नहीं थी। मगर पवन सिंह के यहां से निर्दलीय मैदान में आने के बाद यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
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जिस तरह से भोजपुरी स्टार को समर्थन मिल रहा है उससे यह साफ की अब बांकी के दोनों उम्मीदवारों के लिए खेल इतना आसान नहीं है। पवन सिंह के मैदान में उतरने से बोट बंटने की आशंका जताई जा रही है। लोकसभा की इस सीट पर आखिरी चरण मतदान होना है। काराकाट लोकसभा का गठन रोहतास के तीन विधानसभा क्षेत्र डेहरी, नोखा और काराकाट समेत औरंगाबाद जिले के तीन विधानसभा सीटों को मिलाकर हुआ।
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Published April 29th, 2024 at 11:22 IST
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