Updated April 26th, 2024 at 07:34 IST
Lok Sabha Election Voting: 2 पूर्व CM और तीन फिल्मी सितारे, दूसरे चरण की ये हैं हाईप्रोफाइल सीट्स
दूसरे चरण की ऐसी सीट्स जिनकी तरफ देश की नजर है इनमें से केरल के अमिताभ बच्चन की चर्चा भी खूब हो रही है!
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Lok Sabha Election Voting: दूसरे चरण की 10 हाईप्रोफाइल सीटों में कोटा, वायनाड,जोधपुर, तिरुअंनपुरम, बाड़मेर, मथुरा, राजनांदगांव, मांड्या, मेरठ और त्रिशूर शामिल हैं। एक और सीट्स जिस पर बिहार ही नहीं पूरे राष्ट्र की नजर है और वो हैं पप्पू यादव। वो पूर्णिया की सीट जहां कांग्रेस में शामिल होने के बाद भी टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने को मजबूर हुए।
5 केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत दांव पे
तिरुअनंतपुरम से राजीव चंद्रशेखर, जोधपुर से गजेंद्र सिंह शेखावत, बाड़मेर से कैलाश चौधरी , टीकमगढ़ से वीरेंद्र कुमार खटीक औक बेंगलुरु नॉर्त से शोभा करंदलाजे के नाम शामिल हैं। इनमें से सबकी निगाहें फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के सामने सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर हैं।
जोधपुर से गजेंद्र सिंह शेखावत के सामने कांग्रेस ने नए कैंडिडेट पर दांव लगाया है। पिछली बार वैभव गहलोत को उतारा गया था जिन्हें करारी शिकस्त मिली थी। इस बार कांग्रेस ने बिल्डर और व्यवसायी करण सिंह उचियारड़ा को उम्मीदवार बनाया है। जो सचिन पायलट खेमे के माने जाते हैं।
तीसरी ऐसी ही हाईप्रोफाइल सीट कैलाश चौधरी की है। केंद्रीय मंत्री बाड़मेर सीट से मैदान में हैं। सीट चर्चा में इसलिए है क्योंकि कैलाश की सीधी टक्कर भाजपा के बागी निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी से मानी जा रही है तो कांग्रेस ने काफी मशक्कत के बाद रालोपा से शामिल हुए उम्मेदराम बेनीवाल को ऐन मौके पर पार्टी में शामिल किया।
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लोक सभा अध्यक्ष और 2 पूर्व सीएम भी मैदान में
कोटा से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला चुनावी समर में हैं। इस सीट की लड़ाई इसलिए दिलचस्प है क्योंकि यहां से उनके पूर्व भाजपाई प्रह्लाद गुंजल मुकाबले में है। भाजपा से टिकट नहीं मिला तो पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। हालांकि अंदरखाने इन्हें लेकर काफी विरोध भी है। खुले मंच से कांग्रेस कद्दावर और कोटा उत्तर से विधायक शांति धारीवाल खिलाफत कर चुके हैं।
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बात मुख्यमंत्रियों की। तो छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी मैदान में हैं। बघेल राजनांदगांव तो कुमारस्वामी मांड्या से लड़ाई लड़ रहे हैं।
बात 3 एक्टर्स की
हेमा मालिनी हैट्रिक के इरादे संग फिर मथुरा से मैदान में हैं तो पहली बार छोटे परदे के श्रीराम अरुण गोविल मेरठ से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। एक और एक्टर भी हैं नाम है सुरेश गोपी और वो केरल के त्रिशूर से मैदान में हैं। इन्हें वामपंथी गढ़ में सेंधमारी करने के लिए भाजपा ने चुना है। सालों से वामपंथ और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है। इसलिए लोकल स्तर पर अमिताभ बच्चन भी कहा जा रहा है।
दरअसल, 1984 में कांग्रेस टिकट पर हेमवंती नंदन बहुगुणा के गढ़ को भेदने में बिग बी कामयाब रहे थे। ऐसी ही कुछ स्थिति त्रिशूर की भी है। इसलिए, भाजपा ने वामपंथियों का गढ़ भेदने के लिए इन्हें मैदान में उतारा है, जिनकी छवि महज एक्टर की नहीं बल्कि लोकप्रिय समाजसेवी के तौर पर भी है। सुरेश गोपी के सामने कांग्रेस ने के. मुरलीधरन और सीपीआई ने वीएस सुनील कुमार हैं।
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Published April 26th, 2024 at 07:34 IST
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