Updated May 9th, 2024 at 20:16 IST
ब्रेंडन मैकुलम की वजह से IAS/IPS नहीं बन पाए Sanju Samson, IPL के बीच बड़ा खुलासा
IPL के मौजूदा सीजन में संजू सैमसन की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स झंडे गाड़ रही है। इस बीच सैमसन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
- स्पोर्ट्स
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IPL 2024: भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) इस वक्त बेहद शानदार दौर से गुजर रहे हैं। IPL के मौजूदा सीजन में संजू सैमसन का बल्ला जमकर बोल रहा है। उनकी टीम भी प्लेऑफ में क्वालीफाई करने के करीब है। वहीं संजू सैमसन का आगामी T20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में भी सेलेक्शन हुआ है।
सैमसन सुनहरे दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन इस बीच उन्हें लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल ये सामने आया है कि संजू सैमसन (Sanju Samson) सिविल सेवा में जाना चाहते थे, लेकिन न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ब्रेंडन मैकुलम की वजह से वो IAS या IPS नहीं बन पाए।
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मैकुलम की पारी ने बदला सैमसन का करियर
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 8 अप्रैल 2008 को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के ब्रैंडन मैकुलम की 73 गेंदों पर 158 रनों की पारी देखकर संजू सैमसन के करियर का सपना बदलकर क्रिकेट की दुनिया की ओर मुड़ गया। दुबले पतले 14 साल के सैमसन ने जब केरल के शहर कोट्टयम में अपने होटल के कमरे में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ मैकुलम की पारी देखी तो उनका दिल बस क्रिकेट में रम गया और सबकुछ हमेशा के लिए बदल गया।
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सैमसन के दोस्त ने किया खुलासा
केरल के पूर्व खिलाड़ी रायफी विन्सेंट गोमेज इस विकेटकीपर बल्लेबाज के करीबी मित्र हैं। उन्होंने बताया-
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संजू हमेशा उस दिन को याद करते हैं, जिसने उन्हें शीर्ष खिलाड़ियों की जमात में पहुंचने का सपना दिखाया था।
ये भी सच है कि सिर्फ सपने से ही कोई भी अपने पेशे में शीर्ष पर नहीं पहुंच सकता, लेकिन सैमसन क्रिकेट के रास्ते पर चलने के लिए दृढ़ थे। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पूर्व फील्डिंग कोच बीजू जॉर्ज केरल के इस खिलाड़ी के शुरुआती दिनों के मार्गदर्शक रहे।
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जॉर्ज ने बताया-
बारिश हो या कड़ी धूप संजू और उसका भाई सली तिरुवनंतपुरम में मेडिकल कॉलेज मैदान में नेट पर होते थे। एक दिन यहां बहुत बारिश हो रही थी, मैंने सोचा संजू विजिंगजम में अपने घर से करीब 25 किलोमीटर दूर नेट पर नहीं आएगा, लेकिन वो समय पर मौजूद था। वो अपनी क्रिकेट किट लेकर आया था, जिसमें उसकी स्कूल की ड्रेस भी थी, ताकि वो ट्रेनिंग के बाद स्कूल जा सके। उस उम्र में भी वो इतना अडिग था।
पिता का मिला फुल सपोर्ट
संजू सैमसन को ये अनुशासन शायद अपने परिवार से मिला। उनके पिता विश्वनाथ दिल्ली पुलिस टीम के फुटबॉल खिलाड़ी थे, जिन्होंने अपने बेटे की इच्छा का पूरा समर्थन किया। वो दिल्ली पुलिस टीम के साथ संजू और उसके भाई के लिए नेट की व्यवस्था करते और वो अक्सर उनसे ज्यादा उम्र के क्रिकेटरों के साथ खेलते। गोमेज ने कहा कि संजू के लिए उनके पिता प्रेरणास्रोत थे। वो हमेशा संजू के मैच देखने के लिए आते थे।
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दिल्ली के जीटीबी नगर में हुई संजू की परवरिश
संजू की परवरिश उत्तरी दिल्ली में जीटीबी नगर की एक पुलिस कॉलोनी में हुई। वो आधुनिक युग के खिलाड़ी हैं, वो सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। मलयालम के फिल्मी स्टार और नेताओं से उसका करीबी रिश्ता है और वो कई विज्ञापनों में भी दिखता है, लेकिन इस शोहरत का असर उनके व्यवहार में नहीं दिखता और जॉर्ज का कहना है कि इसी कारण वो केरल में काफी लोकप्रिय हैं।
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'मलयाली लोगों को दिखावा करने वाले पसंद नहीं'
जॉर्ज ने कहा-
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मलयाली लोगों को दिखावा करने वाले लोग पसंद नहीं हैं, भले ही ये उनकी जानकारी, पैसे या शोहरत का हो। संजू अब तक बहुत ही विनम्र बने हुए हैं और यही चीज उन्हें राज्य के लोगों में लोकप्रिय बनाती है। केरल से कुछ शीर्ष स्तर के खिलाड़ी निकले हैं जिनमें पीटी ऊषा और श्रीसंत शामिल हैं। मैं उन पर उंगली नहीं उठा रहा हूं, लेकिन कभी कभार मलयाली को उनका लोगों में खुद को पेश करने और बात करने का तरीका पसंद नहीं आता। पर संजू अलग हैं। उनके अब भी वहीं दोस्त हैं, जिसमें निकोलस उसका मैनेजर है, राहुल राघव बचपन का दोस्त है। संजू अब भी शॉट्स और चप्पल में स्थानीय दुकानों में जाते हैं।
शायद फुटबॉलर आईएम विजयन राज्य के प्रशंसकों में ऐसा रुतबा रखते थे। विज्ञापन और मार्केटिंग पेशेवर राजेश आर नायर ने कहा कि विजयन जब खेलते थे तो सुपरस्टार थे, लेकिन वो अपने गृहनगर त्रिशूर की जड़ों से जुड़े रहे। संजू भी इतने स्टारडम के बावजूद तिरुवनंतपुरम और केरल से जुड़े हुए हैं।
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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published May 9th, 2024 at 20:16 IST
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