Updated January 26th, 2019 at 12:17 IST
नन्ही उम्र में रचा इतिहास: मिलिए खेलों इंडिया में सबसे कम उम्र के गोल्ड मेडलिस्ट अभिनाव शॉ से
दरअसल अभिनव साव ने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में मेहुली घोष के साथ मिलकर पश्चिम बंगाल टीम को पहला स्थान दिलाया था
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देशभर में आज 70 वें गणतंत्र दिवस की धूम है. 26 जनवरी एक ऐसा दिन है जो देश का राष्ट्रीय पर्व है. देश के सभी और जाति के लोग इस दिन को राष्ट्र प्रेम से ओतप्रोत होकर मनाते हैं. इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था. भारत को 15 अगस्त को अंग्रेजों से आजादी मिल गई थी, लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुए था.
खेल किसी भी देश के सबसे अभिन्न अंग में से एक है, और भारत के खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस तथ्य को मान्यता दी और दिसंबर 2018-जनवरी 2019 में खेले गए भारत युवा खेलों का उद्घाटन किया. ऐसे खास मौके पर रिपब्लिक भारत की टीम ने देश के नन्हे हीरो अभिनव साव से मुलाकत की, जिन्होंने हाल ही में पुणे में हुए इंडिया यूथ गेम्स में सबसे कम उम्र में स्वर्ण पदक जीतने खिलाड़ी बन गए.
दरअसल अभिनव साव ने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में मेहुली घोष के साथ मिलकर पश्चिम बंगाल टीम को पहला स्थान दिलाया जिससे वह खेलों इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गए थे.
सिर्फ 6 साल की उम्र में अपने पिता की मदद से उन्होंने खेल में कदम रखा, जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. अभिनव ने खुलासा किया है कि उनके पिता भी शूटर बनाने चाहते थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण ऐसा संभव ना हो सका.
शूटिंग के खेल में अन्य लोगों की तरह, वह 2008 के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को आइडल मानते हैं और उनके फॉलो करते हैं. अपने पूर्ववर्ती की तरह, अभिनव (शॉ) ओलंपिक में अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने का इरादा रखते हैं.
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उनकी दिलचस्पी उन्हें सिर्फ एक खेल तक सीमित नहीं है. अभिनव को क्रिकेट, फुटबॉल भी पसंद है, और वह एमएस धोनी के भी बड़े फैन हैं.
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Published January 26th, 2019 at 12:17 IST
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