Updated September 25th, 2021 at 18:17 IST
असम: CM हिमंत सरमा ने दरांग फायरिंग को लेकर PFI को घेरा, मामले में संलिप्तता का लगाया आरोप
दरांग फायरिंग को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने PFI पर मामले में संलिप्तता का आरोप लगाया है।
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Darrang firing: दरांग फायरिंग को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने शनिवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) पर सिपझार में कथित अतिक्रमण विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने का आरोप लगाया है। सरमा ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब केवल 60 परिवारों को बेदखल किया जाना था, तब भारी मात्रा में प्रदर्शनकारी वहां कैसे जुट गए।
बता दें कि असम के दरांग जिले (Assam's Darrang) में सरकार के अतिक्रमण विरोधी अभियान (anti-encroachment drive) का विरोध कर रहे 800 प्रदर्शनकारियों और पुलिस ने झड़प हुई थी। इस दौरान हुई गोलीबारी में दो की मौत हो गई और नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
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हिमंत ने पीएफआई पर फायरिंग में शामिल होने का लगाया आरोप
सीएम ने कहा, हम सारी समस्याएं दूर कर लेंगे। फिलहाल स्थित काबू में है। अभियान के दौरान करीब 60 परिवारों को बेदखल किया जाना था। लेकिन मौके पर 10, 000 प्रदर्शनकारी कहां से आए।?मामले में PFI की संलिप्तता सामने आ रही है। पीएफआई और अन्य संगठनों ने गोरुखुटी और ढालपुर में लोगों से 28 लाख इकट्ठा करने का आश्वासन दिया कि वे बेदखली को रोकेंगे। जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने हिंसा की साजिश रची। हमारे पास 6 लोगों के नाम सामने आए हैं, हम बारीकी से पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
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इससे पहले मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बेदखली के खिलाफ हुए प्रदर्शन पर हैरानी जताई थी। उन्होंने कहा था कि अतिक्रमण अभियान एक समझौते और सहमति सिद्धांत के साथ शुरू किया गया था कि भूमि नीति के अनुसार हर भूमिहीनों को 2 एकड़ प्रदान किया जाएगा और इस पर प्रतिनिधि सहमत भी हुए थे। हमें कोई प्रतिरोध की उम्मीद नहीं थी। लेकिन लगभग 10,000 लोगों ने असम पुलिस का घेराव किया, हिंसा का इस्तेमाल किया। जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
उन्होंने आगे कहा, अतिक्रमण अभियान जरूरी था, इसका मतलब ये नहीं कि हमने रातों रात ऐसा करने का फैसला किया। करीब 4 महीने के विचार-विमर्श के बाद अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। साथ ही एक मंदिर भी है, जिस पर लोगों के कब्जा कर लिया था।
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बता दें कि 23 सितंबर को असम के दारंग जिले में एक अतिक्रमण विरोधी अभियान (Anti-encroachment drive) में पुलिस और बेदखली का विरोध कर रहे लोगों के बीच एक झड़प हो गई। जिसमें दो नागरिकों की मौत गई गई और नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस की एक टीम राज्य की कृषि परियोजना से संबंधित भूमि से अवैध अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए दरांग इलाके में गई थी।
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Published September 25th, 2021 at 18:17 IST
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