Updated July 20th, 2021 at 21:41 IST
जम्मू ड्रोन हमला: 'लश्कर-ए-तैयबा ने दिया था घटना को अंजाम', DGP का खुलासा - “पाकिस्तानी सेना ने भी दिया साथ”
डीजीपी ने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान से नकदी रुपये और हथियार के साथ-साथ गोला-बारूद गिराने के लिए किया गया था
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हाल ही में जम्मू-कश्मीर वायुसेना अड्डे पर हुए हमले का सुराग मिला है। पूरे घटना पर बात करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि जम्मू में भारतीय वायु सेना (IAF) के अड्डे पर एक ड्रोन बमबारी में पाकिस्तान क हाथ था। डीजीपी ने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान से नकदी रुपये और हथियार के साथ-साथ गोला-बारूद गिराने के लिए किया गया था। दिलबाग सिंह ने बताया कि 27 जून को जम्मू में एयरफोर्स बेस स्टेशन पर हुए हमले को पाकिस्तान ने ही अंजाम दिया था।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बयान दिया है कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि जम्मू ड्रोन हमला पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा ने कराया था।
गौरतलब है कि 26-27 जून की रात को जम्मू में भारतीय वायुसेना के हवाई अड्डे में विस्फोटों बड़ा विस्फोट हुआ, इसमें भारतीय वायु सेना के दो अधिकारी घायल हो गए। रिपब्लिक टीवी के साथ बातचीत में, डीजीपी दिलबाग सिंह कहा कि लश्कर के साथ पाकिस्तानी एजेंसियों का हाथ भी हो सकता है।
डीजीपी ने कहा, हमले में हाथ होने का शक लश्कर-ए-तैयबा पर था। क्योंकि यह संगठन पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता रहा है ।
उन्होंने मीडिया को बताया , "इस घटना में कश्मीर के कुछ लोग भी शामिल थे, उन्हें भी पकड़ लिया गया है और जम्मू-कश्मीर पुलिस भी सभी से पूछताछ कर रही है।”
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जम्मू ड्रोन हमला
जम्मू ड्रोन हमले के बारे में बोलते हुए दिलबाग सिंह ने दावा किया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरडीएक्स और टीएनटी के मिश्रण का उपयोग किया गया था। हालांकि रिपोर्ट में आरडीएक्स की मौजूदगी का पता चला था।
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Published July 20th, 2021 at 21:41 IST
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