Updated May 5th, 2024 at 15:57 IST
इस्कॉन इंडिया के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी का निधन
ISKCON Chairman Dies: इस्कॉन इंडिया के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी का निधन हो गया।
- देश
- 2 मिनट रीड
Advertisement
ISKCON Chairman Dies: इस्कॉन के वरिष्ठतम संन्यासियों में से एक और इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी का हृदय-संबंधी बीमारी के कारण निधन हो गया।
गोपाल कृष्ण गोस्वामी के बारे में जानिए
गोपाल कृष्ण गोस्वामी का जन्म 1944 में नई दिल्ली में हुआ था। वो एक मेधावी छात्र थे जिन्हें सोरबोन यूनिवर्सिटी (फ्रांस) और मैकगिल यूनिवर्सिटी (कनाडा) में अध्ययन के लिए दो स्कॉलरशिप से सम्मानित किया गया था। 1968 में उनकी मुलाकात अपने गुरु और इस्कॉन के संस्थापक-आचार्य श्रीला प्रभुपदा से कनाडा में हुई थी और तब से उन्होंने स्वयं को सभी की शांति और कल्याण के लिए भगवान श्रीकृष्ण और सनातन धर्म की शिक्षाओं को साझा करने के लिए समर्पित कर दिया है।
इसके बाद आने वाले सालों में उन्होंने भारत, कनाडा, केन्या, पाकिस्तान, सोवियत संघ और दुनिया के अन्य हिस्सों में इसके लिए पहुंच और समुदाय-निर्माण के प्रयासों को देखा। उन्होंने दुनिया भर में दर्जनों मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों के निर्माण का बीड़ा उठाया। इसके बाद भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नई दिल्ली में प्रसिद्ध भारत गौरव वैदिक सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन किया।
इसके अलावा पुणे में इस्कॉन एनवीसीसी का उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सहित अन्य लोगों ने किया।
Advertisement
उन्होंने भारतीय संस्कृति और दर्शन में पवित्र ग्रंथों के सबसे बड़े प्रकाशक भक्तिवेदांत बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी के रूप में भी काम किया, जिसे 70 से अधिक विश्व भाषाओं में भगवद गीता और श्रीमद भागवतम के अब तक 60 करोड़ किताबें प्रकाशित करने के लिए जाना जाता है।
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी को याद करते हुए 2019 में लिखा, “गोस्वामी महाराज का जीवन, आदर्श और शिक्षाएं मानव जाति को आध्यात्मिकता के मार्ग पर चलने की एक प्रेरणा है।”
Advertisement
6 मई, 2024 को गोपाल कृष्ण गोस्वामी के पार्थिव शरीर को वृंदावन की पवित्र भूमि में समाधि में रखा जाएगा।
ये भी पढ़ेंः 'राहुल गांधी मेरे लिए कोई प्रतिस्पर्धी नहीं', BJP कैंडिडेट दिनेश सिंह बोले-रायबरेली अब बीजेपी का गढ़
Advertisement
Published May 5th, 2024 at 15:57 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।