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Updated October 18th, 2021 at 19:26 IST

तांडव विवादः अमेजन प्राइम इंडिया हेड की अग्रिम जमानत याचिका खारिज, कोर्ट ने लगाई फटकार

धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोपों में घिरी अमेजन प्राइम की वेब सीरीज 'तांडव' मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है।

Reported by: Sakshi Bansal
| Image:self
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धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोपों में घिरी अमेजन प्राइम की वेब सीरीज 'तांडव' मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अमेज़न प्राइम वीडियो की इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित की अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी है और कहा है कि ‘पश्चिमी फिल्म निर्माता तो भगवान का मज़ाक बनाने से परहेज कर रहे हैं, लेकिन हिंदी फिल्म निर्माता हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर रहे हैं’। कोर्ट ने ये भी कहा कि पुरोहित ने उसकी स्क्रीनिंग को अनुमति देकर 'गैर-जिम्मेदाराना' काम किया है जो ‘भावनाओं को आहत करता है’।

बता दें कि बलबीर आज़ाद नाम के एक व्यक्ति ने सीरीज के खिलाफ ‘यूपी पुलिस को खराब दिखाने और हिंदू देवी-देवताओं और प्रधानमंत्री का गलत चित्रण करने’ के आरोपों के तहत शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद यूपी पुलिस ने अपर्णा पुरोहित और अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की।

इस मामले में, पुरोहित को अदालत ने 11 फरवरी को अग्रिम जमानत दे दी थी लेकिन  जस्टिस सिद्धार्थ की सिंगल-जज बेंच ने कहा कि ‘वह मामले में सहयोग नहीं कर रही हैं’। 

आगे जज ने ये भी कहा कि ‘हिंदू देवी-देवताओं को अपमानजनक तरीके से दिखाने’ और ‘ऐतिहासिक और पौराणिक व्यक्तित्वों की छवि को तोड़-मरोड़ कर पेश करने’ की हिंदी फिल्म निर्माताओं की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है।

जज ने कई फिल्मों के नाम भी लिए जिसमें ‘हिंदू देवी-देवताओं का अपमान’ किया गया था। उन फिल्मों के नाम हैं- ‘राम तेरी गंगा मैली, सत्यम शिवम सुंदरम, पीके, ओ माय गॉड’ आदि। जज ने कहा कि ‘इसके अलावा, पद्मावत जैसी फिल्मों में ऐतिहासिक और पौराणिक व्यक्तित्वों की छवि को बदलने की भी कोशिश की गई है। बहुसंख्यक समुदाय की आस्था के नाम और आइकन का इस्तेमाल पैसा कमाने के लिए किया गया है (गोलियां की रासलीला लीला)।’

कोर्ट ने कहा कि ‘अगर ये नहीं रुका तो भारतीय सामाजिक, धार्मिक और सांप्रदायिक व्यवस्था के लिए बहुत गलत नतीजे हो सकते हैं।’

कोर्ट ने ‘तांडव’ शब्द को भी ‘अपमानजनक’ बताया और कहा कि ‘इसने बहुसंख्यक समुदाय को चोट पहुंचाई है’। इसने ‘अनुसूचित जातियों और उच्च जातियों के बीच की खाई को बड़ा करने की कोशिश’ करने के लिए भी मेकर्स को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि ‘इस तरह के कंटेंट से युवा प्रभावित हो सकते हैं’ और हाल ही में हुई कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की गिरफ्तारी का भी जिक्र किया।

बता दें कि उत्तर प्रदेश की ओर से पेश वकील ने इस अर्जी का काफी विरोध किया था और बताया कि कैसे देश के अलग अलग हिस्सों में 10 FIR और चार आपराधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं जो ये दिखाता है कि केवल एक ही इंसान नहीं, बल्कि सीरीज से कई लोगों को दिक्कतें थी।

गौरतलब है कि अली अब्बास जफर द्वारा निर्देशित वेब सीरीज ‘तांडव’ में सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और मोहम्मद जीशान अयूब ने मुख्य किरदार निभाया था।

ये भी पढ़ेंः Tandav: सुप्रीम कोर्ट ने लगाई मेकर्स और एक्टर्स को फटकार, गिरफ्तारी से नहीं दी छूट

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Published October 18th, 2021 at 19:26 IST

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