अपडेटेड 16 August 2025 at 00:04 IST
Trump-Putin Alaska Summit: अलास्का में ट्रंप-पुतिन बातचीत फेल होती है तो दुनिया भर में क्या होंगे परिणाम?
डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की आज अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात होने वाली है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन अलास्का पहुंच चुके हैं।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की आज अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात होने वाली है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन अलास्का पहुंच चुके हैं। इस बैठक से पहले सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये मीटिंग सफल होगी या नहीं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी इस मीटिंग की सफलता पर संदेह है।
ऐसे में अगर ये मीटिंग फेल होती है तो दुनिया पर इसका क्या परिणाम हो सकता है? आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि अगर उनके मन मुताबिक बातें नहीं होती है, तो वो बीच मीटिंग से ही उठ जाएंगे और इसका परिणाम रूस को भुगतना होगा।
ट्रंप ने क्या कहा है?
व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक ऑडियो क्लिप में डोनाल्ड ट्रंप को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि वो यूक्रेन के लिए नेगोशिएट करने नहीं जा रहे। अलास्का जाते वक्त उन्होंने कहा कि मैं ये अपने हेल्थ के लिए नहीं कर रहा। मुझे इसकी जरूरत नहीं है। मैं चाहता हूं कि हम अपने देश पर फोकस करें, लेकिन मैं ये हजारों जिंदगियां बचाने के लिए कर रहा हूं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि पुतिन स्मार्ट हैं, लंबे समय से काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि कुछ न कुछ तो जरूर होगा।
वहीं, ट्रंप ने पुतिन को मीटिंग से पहले ही धमकी भी दे दी। उन्होंने कहा कि अगर पुतिन युद्ध खत्म करने के समाधान में रुचि नहीं दिखाते तो उन्हें गंभीर आर्थिक परिणाम झेलने होंगे। यूक्रेन के साथ युद्ध खत्म होने तक अमेरिका, रूस के साथ किसी भी तरह का व्यापार नहीं करेगा।
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अलास्का में ट्रंप-पुतिन बातचीत होती है फेल तो दुनिया भर में क्या होंगे परिणाम?
- सबसे पहले तो अगर ट्रंप-पुतिन बातचीत फेल होती है तो यूक्रेन युद्ध के बढ़ने की संभावना है। रूस और यूक्रेन की तरफ से भीषण बमबारी हो सकती है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने पुतिन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि बातचीत के नाम पर पुतिन धोखा दे रहे हैं। प्रेसिडेंट जेलेंस्की के अनुसार, सुमी, ड्निप्रो, ज़ापोरिज़िया, खेरसोन और डोनेट्स्क में जानबूझकर मिसाइल हमले किए गए हैं। उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा, "युद्ध जारी है क्योंकि सिर्फ आदेश ही नहीं, बल्कि मास्को की तरफ से युद्ध खत्म करने के संकेत भी झूठे हैं।"
- युद्ध ने पहले ही तेल, गैस और खाद्य कीमतों को बढ़ाया है। अगर ये वार्ता फेल होती है तो रूस ऊर्जा निर्यात कम कर सकता है, जिससे वैश्विक स्तर पर महंगाई बढ़ेगी।
- डोनाल्ड ट्रंप का पारा हाई हो सकता है। वो रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर अंधाधुंध टैरिफ का ऐलान कर सकते हैं। इसके अलावा रूस पर भी भारी टैरिफ का ऐलान हो सकता है।
- युद्ध लंबा खिंचने से यूक्रेन में और जान-माल का नुकसान होगा। शरणार्थी संकट बढ़ सकता है, जिसका असर यूरोप और अन्य क्षेत्रों पर पड़ेगा।
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 16 August 2025 at 00:04 IST