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Published 15:59 IST, September 5th 2024

पुतिन ने क्यों कहा कमला की हंसी 'संक्रामक'? चुनाव में समर्थन देने की बताई वजह; ट्रंप को लगेगा झटका!

US Elections: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चाहते हैं कि अमेरिकी चुनाव में कमला हैरिस की जीत हो।

Reported by: Kunal Verma
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Vladimir Putin, Kamala Harris And Donald Trump
पुतिन ने क्यों कहा कमला की हंसी संक्रामक? | Image: AP/Republic

US Elections: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चाहते हैं कि अमेरिकी चुनाव में कमला हैरिस की जीत हो। पुतिन ने गुरुवार को एक व्यंग्यात्मक कमेंट में कमला हैरिस की 'संक्रामक' हंसी को उन्हें पसंद करने का एक कारण बताया।

इसी इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के लिए भारत, चीन और ब्राजील मध्यस्थता कर सकते हैं।

हैरिस को क्यों सपोर्ट करेंगे पुतिन?

क्रेमलिन नेता ने इस साल की शुरुआत में राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने से पहले कहा था कि उन्होंने ट्रंप के ऊपर बाइडेन को प्राथमिकता दी क्योंकि बाउडेन अधिक "ओल्ड स्कूल" राजनेता थे। इसके बाद उनसे पूछा गया कि अब वो अमेरिकी चुनाव को किस तरह से देखते हैं? इसपर उन्होंने कहा कि बाइडेन ने कमला हैरिस को सपोर्ट किया तो हम भी वही करेंगे।

उन्होंने कहा- 'वह इतनी स्पष्टता और प्रभावशाली ढंग से हंसती हैं कि इसका मतलब है कि उनके साथ सब कुछ ठीक है।' पुतिन ने ये भी कहा कि शायद इसका मतलब यह है कि वह रूस के खिलाफ आगे के प्रतिबंधों से परहेज करेंगी।

शांति वार्ता पर क्या बोले पुतिन?

पुतिन ने कहा रूस और यूक्रेन की जंग शुरू होने के एक हफ्ते बाद ही इस्तांबुल में हुई बातचीत में जंग को लेकर एक प्राथमिक समझौते पर सहमति बनी थी, लेकिन इस समझौते को कभी लागू नहीं किया गया। अब अगर फिर से मध्यस्थता की बातचीत शुरू होती है तो इस्तांबुल में हुआ प्राथमिक समझौता इस बातचीत का आधार बन सकता है।

आपको बता दें कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय रूस की यात्रा पर गए थे। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी की यह पहली रूस यात्रा थी। पीएम मोदी ने कहा था, 'कहीं भी हो, मासूम लोगों की जान की हानि स्वीकार्य नहीं है। प्रधानमंत्री ने रूस की धरती पर कहा था कि भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए शांति बहुत जरूरी है। मैं यह भी जानता हूं कि युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं है। हमें वार्ता से ही शांति का मार्ग अपनाना होगा।

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Updated 15:59 IST, September 5th 2024