अपडेटेड 15 September 2025 at 09:44 IST
दोहा में 50 मुस्लिम देशों का महाजुटान, पाकिस्तान भी पहुंचा... क्या इजरायल के खिलाफ होगा ऐलान-ए-जंग? अमेरिका की भी बढ़ेगी बेचैनी
कतर अपनी राजधानी में पिछले हफ्ते हुए इजरायली हवाई हमले के जवाब में सोमवार को एक आपातकालीन अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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कतर अपनी राजधानी में पिछले हफ्ते हुए इजरायली हवाई हमले के जवाब में सोमवार को एक आपातकालीन अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद बिन मोहम्मद अल-अंसारी ने कतर समाचार एजेंसी को बताया कि बैठक में अरब और इस्लामी विदेश मंत्रियों द्वारा तैयार किए गए एक मसौदा प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।
इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने शुक्रवार को इस बैठक की घोषणा की। OIC ने कहा कि यह हमला कतर की संप्रभुता, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है, साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है।
आपको बता दें कि मंगलवार को इजरायली युद्धक विमानों ने दोहा के एक आवासीय परिसर पर हमला किया था, जहां हमास नेता गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे थे। इस हमले में पांच हमास सदस्य और एक कतरी सुरक्षा अधिकारी मारे गए। हमास ने कन्फर्म किया था कि उसके वरिष्ठ वार्ताकार खलील अल-हय्या बच गए, हालांकि उनके कई सहयोगी मारे गए।
क्या इजरायल के खिलाफ होगा ऐलान-ऐ-जंग?
कतर ने इस हमले की निंदा "राज्य आतंकवाद" करार देते हुए की और जवाबी कार्रवाई करने के अपने अधिकार की रक्षा करने का संकल्प लिया। यह घटना तब हुई जब कतर, मिस्र और अमेरिका के साथ, इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम और कैदियों की अदला-बदली संबंधी वार्ता में मध्यस्थता कर रहा था। मंगलवार तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन के दौरान अरब और मुस्लिम बहुल देशों के प्रतिनिधियों द्वारा कूटनीतिक और कानूनी कदमों की रूपरेखा प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है।
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क्या इस समिट के खिलाफ है ईरान?
ईरान के सर्वोच्च नेता के सलाहकार अली लारीजानी ने इजरायल के खिलाफ एक संयुक्त अभियान कक्ष बनाने का आह्वान किया है और क्षेत्रीय देशों को बिना व्यावहारिक परिणामों वाले सम्मेलन आयोजित करने के प्रति आगाह किया है। एक्स पर एक पोस्ट में, लारीजानी ने कहा कि एक संयुक्त अभियान कक्ष बनाना इजरायल के आकाओं को चिंतित करने और उन्हें अपने आदेश बदलने के लिए उकसाने के लिए पर्याप्त होगा और ठोस उपाय न करने का अर्थ जायोनी इकाई के पक्ष में आक्रमण के लिए एक नया लाइसेंस जारी करना होगा। आपको बता दें कि जून में इजरायल ने ईरान पर भी हमला किया था, जिसके कारण लगभग दो सप्ताह तक विनाशकारी युद्ध चला।
कौन-कौन ले रहा समिट में हिस्सा?
57 सदस्यीय इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) और 22 सदस्यीय अरब लीग के नेता इसमें शामिल होंगे। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है, साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम भी इसमें शामिल होंगे। सोमवार को समिट में पहुंचने वाले नेताओं की पूरी लिस्ट अभी नहीं आई है।
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 14 September 2025 at 19:43 IST