Garima Garg

Karwa Chauth: करवा चौथ व्रत कथा और आरती

Karwa Chauth: यदि आपने करवा चौथ का व्रत रखा है तो यह जानना जरूरी है कि व्रत की कथा असल में क्या है और करवा माता की कौन सी आरती आप पूजा के बाद पढ़ सकती हैं। 

Source: X

पौराणिक कथा के अनुसार, एक द्विज नामक ब्राह्मण था। उसके सात बेटे और एक बेटी थी। बेटी का नाम वीरावती था। वह सात बेटे वीरावती से बेहद प्रेम करते थे। एकलौती बहन होने के कारण वीरावती उनकी लाडली थी। 

Source: freepik

शादी के बाद जब वीरावती का पहला करवा चौथ व्रत आया तो उसने यह व्रत मायके में किया। उस दौरान वीरावती ने व्रत निर्जला रखा। वह इस व्रत से बेहद परेशान हो गई। ऐसे में जब भाइयों को इस बात का पता चला कि…

Source: freepik

वीरावती चांद निकलने का इंतजार कर रही है तो भाइयों ने अपनी बहन के साथ छल किया। उन्होंने पेड़ पर चढ़कर एक छलनी में दीपक रख दिया। उन्होंने पेड़ पर चढ़कर एक छलनी में दीपक रख दिया।

Source: social media

जला हुआ दीपक रख दिखाकर अपनी बहन से कहा कि देखो चांद निकल आया है। बहन ने अपने भाइयों की बात मानकर इसी नकली दीपक को चांद समझ लिया। जब अर्ध्य देने के बाद वह भोजन करने बैठी तो…

Source: Instagram

सबसे पहले बाल निकला फिर छींक आई और फिर ससुराल से बुलावा आ गया कि उसके पति की मृत्यु हो गई है। तब इंद्राणी ने वीरावती से कहा कि तुम रो मत बल्कि कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को व्रत रखना।

Source: Freepik

उसके बाद उसका पति पुन:जीवित हो गया। तभी से पति की लंबी आयु के लिए सुहागन महिला इस व्रत को रखती हैं। करवा माता की आरती पढ़ें आगे…

Source: iStock

Source: Freepik

Source: Freepik

यहां दी गई जानकारी सूचना और मान्यता पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT यहां दी गई जानकारी की प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Source: Shutterstock

Next Story