अपडेटेड 19 November 2025 at 14:49 IST
WhatsApp से 3.5 बिलियन डाटा हुआ लीक? कहीं आपका मोबाइल नंबर भी तो नहीं, दुनिया भर के यूजर्स पर मंडराया खतरा
WhatsApp का इस्तेमाल करने वाले करोड़ों यूजर्स को बड़ा झटका लगा है। एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले 3.5 बिलियन यूजर्स के मोबाइल नंबर्स और प्रोफाइल डाटा ऑनलाइन लीक हो गया है।
- टेक्नोलॉजी न्यूज
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WhatsApp का इस्तेमाल करने वाले करोड़ों यूजर्स को बड़ा झटका लगा है। एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले 3.5 बिलियन यूजर्स के मोबाइल नंबर्स और प्रोफाइल डाटा ऑनलाइन लीक हो गया है।
आपको बता दें कि मेटा के लिए ये पहली बार नहीं है जब डाटा ब्रीच का मामला सामने आया हो। इससे पहले कैंब्रिज अनालिटिका डेटा ब्रीच ने भी दुनियाभर के यूजर्स को डरा दिया था।
इसके अलावा, ये भी जानकारी सामने आ रही है कि साल 2017 में ही University of Vienna के रिसर्चर्स ने मेटा को इस खामी के बारे में बताया था। एक्सपर्ट्स ने ये भी बताया था कि अगर इस खामी की वजह से डाटा लीक होता है, तो ये इतिहास का सबसे बड़ा डाटा लीक होगा।
विएना से हुआ खुलासा
ऑस्ट्रिया के विएना यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है। इससे मेटा के हेडक्वार्टर में बड़ा बवाल मच गया है। टेक्निकल लैंग्वेज में इसे कॉन्टैक्ट डिस्कवरी फ्लो (Contact Discovery Flow) कहा जा रहा है।
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आपको बता दें कि ये एक ऑटोमेटेड मशीन जैसा काम करता है। इसके जरिए कोई भी हैकर आराम से अपने रूम के एक कोने में बैठकर दुनिया के किसी भी गांव, शहर या देश के एक्टिव मोबाइल नंबर की लिस्ट निकाल सकता है। यूजर्स को इसकी भनक भी नहीं लगेगी और उनके नंबर्स को डार्क वेब पर बेच दिया जाएगा।
आपके चैट्स नहीं पढ़ पाएंगे हैकर्स
रिपोर्ट के मुताबिक, इस ब्रीच के बाद भी हैकर्स आपके चैट्स नहीं पढ़ पाएंगे, क्योंकि WhatsApp की End to End Encryption अभी सेफ है। हालांकि, इस ब्रीच के बाद आपका मोबाइल नंबर अब एक आम मोबाइल नंबर नहीं, बल्कि एक डिजिटल आईडी बन गया है, जिसे Data Enrichment का जाता है। इसका मतलब है कि अब स्कैम करने वालों को ये पता लग गया है कि ये नंबर एक्टिव है, जिसके कारण ब्लैक मार्केट में उसका रेट हाई हो गया है।
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ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत में आजकल डिजिटल अरेस्ट की संख्या हर रोज कैसे बढ़ती जा रही है और आपके नंबर पर इतने सारे स्पैम कॉल्स कैसे आते हैं। यही कारण है कि पिछले कुछ महीनों में +92, +84 या +62 वाले नंबर से वीडियो कॉल्स की संख्या भी बढ़ी है।
आपको बता दें कि मेटा ने अपने सिस्टम से इस खामी को अब दूर कर दिया है। हालांकि, सवाल ये है कि जिन नंबरों को पहले ही ब्लैक मार्केट में बेचा जा चुका है, उसका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा?
कैसे रहे सतर्क?
Whatsapp की डिफॉल्ट सेटिंग्स को बदलकर हम स्कैमर्स से बच सकते हैं।
- अगर आपके WhatsApp प्रोफाइल की फोटो और About Section की प्राइवेसी Everyone दिखा रही है तो उसे तत्काल बदलें। इसमें My Contacts का ऑप्शन सेलेक्ट कर लें।
- इसके अलावा, आप WhatsApp की प्राइवेसी में जाकर अपने कॉल्स वाले ऑप्शन को सेलेक्ट करें और Silence Unknown Callers वाले फीचर को ऑन कर दें। इससे आप स्कैमर्स के कॉल्स से बच सकते हैं।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 19 November 2025 at 14:49 IST