अपडेटेड 22 July 2025 at 14:08 IST
Jagdeep Dhankhar: जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर विपक्ष के सवालों के बीच PM मोदी की आई पहली प्रतिक्रिया
Jagdeep Dhankhar Resign: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर मचे सियासी तूफान के बीच पीएम मोदी की पहली प्रतिक्रिया आई है। जानतें हैं प्रधानमंत्री ने धनखड़ को लेकर क्या कहा?
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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PM Modi On Jagdeep Dhankhar Resign: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार, 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद देश में सियासी माहौल गरम हो गया। विपक्ष उनके इस्तीफे पर सवाल उठा रहा है। वहीं, कांग्रेस की ओर से मांग की गई है कि प्रधानमंत्री मोदी, धनखड़ को अपना मन बदलने के लिए मनाए। इन सब विवादों के बीच उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर पीएम मोदी की पहली प्रतिक्रिया आई है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाई। सदन के अंदर भी वो एक्टिव नजर आए थे। अचानक शाम 5 बजे उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने धनखड़ का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अब जिस तरह से उन्होंने इस्तीफा दिया इसे लेकर विपक्ष सवाल खड़े कर रही है। विपक्षी दल इसके पीछे सियासी कारणों की आशंका जता रही है।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर बवाल
मंगलवार को मॉनसून सत्र के दूसरे दिन इस मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में बवाल हुआ। विपक्षी सांसद मांग कर रहे थे कि पीएम मोदी सामने आएं और बताएं की उपसभापति ने इस्तीफा क्यों दिया? अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा समेत विपक्ष के कई सवाल थे जो सदन के बाहर और अंदर उठाया गया। अब पूरे विवाद पर पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया दी है।
धनखड़ के इस्तीफे पर क्या बोले PM मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने X पोस्ट में लिखा है, 'जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।'
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राजस्थान के लोग सदमे में हैं-अशोक गहलोत
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से लगातार प्रतिक्रिया आ रही है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा, "यह बहुत चौंकाने वाला है। जिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया गया है इससे देश भर में चर्चा चल रही है, और हर कोई कह रहा है कि यह स्वास्थ्य के कारण नहीं हो सकता है। कोई और कारण हो सकता है, जो सामने नहीं आया है। राजस्थान के लोग सदमे में हैं क्योंकि वह राजस्थान से हैं और संसद में किसानों के लिए आवाज उठाते रहे हैं।
उनकी तबीयत इस्तीफा देने लायक खराब नहीं थी- महुआ माजी
धनखड़ के इस्तीफे पर JMM सांसद महुआ माजी ने कहा, ये सबके लिए आश्चर्यजनक है। जब वे सदन में आए तो ऐसा नहीं लगा कि उनकी तबीयत इस्तीफा देने लायक खराब है। इसके पहले भी तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने केवल कुछ दिनों की छुट्टी ली फिर वे वापस आ गए। ये सत्र भी पूरा हो सकता था उसके बाद वे इस्तीफा दे सकते थे। लेकिन पहले दिन आकर रात में इस्तीफा देना और दिन भर किसी को भनक तक ना लगने देना इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। लोग तरह-तरह के क्यास लगा रहे हैं।
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किसी के स्वास्थ्य का मजाक उड़ा रहें हैं विपक्षी सांसद-रवि किशन
वहीं, विपक्ष के सवालों पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा, ये विपक्ष है इनका काम है बोलना। किसी के स्वास्थ्य का भी मजाक उड़ा सकते हैं और उस पर भी राजनीति कर सकते हैं। इंसान को कब क्या हो जाए ये आप नहीं बता सकते हैं। उनको डॉक्टर ने कहा है आराम करने को तो अगर कोई आराम करना चाहता है तो उस पर भी ये राजनीति कर रहे हैं। राजनीति का लेवल दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है।
वकील से उपराष्ट्रपति तक का सफर
बता दें कि जगदीप धनखड़ भारत के 14वें उपराष्ट्रपति थे। राजस्थान के झुंझनू में किसान परिवार में पैदा हुए धनखड़ ने एक वकील से लेकर देश के उपराष्ट्रपति तक का सफर अपनी मेहनत और लगन के साथ तय किया। जगदीप धनखड़ ने अपने करियर की शुरुआत साल 1979 में की जब उन्होंने राजस्थान बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकन कराया। 30 जुलाई, 2019 को राज्यपाल के रूप में शपथ लेने तक वे राज्य के सबसे वरिष्ठ नामित वरिष्ठ अधिवक्ता थे।पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 20 जुलाई 2019 को जगदीप धनखड़ को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया था।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 22 July 2025 at 13:49 IST