अपडेटेड 25 June 2024 at 17:51 IST

के सुरेश की उम्मीदवारी पर INDI में फूट? सांसद अभिषेक बनर्जी बोले- हमसे कोई संपर्क नहीं, ये एकतरफा...

Lok Sabha Speaker Elections: के सुरेश की उम्मीदवारी पर INDI में फूट के आसार नजर आ रहे हैं।

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Om Birla vs K Suresh: Government, Opposition Vie For Speaker Post in First Contest Since 1946 | LIVE
Om Birla vs K Suresh | Image: Republic

Lok Sabha Speaker Elections: 18वीं लोकसभा  के सुरेश की उम्मीदवारी पर INDI में फूट के आसार नजर आ रहे हैं। के सुरेश की उम्मीदवारी के बारे में जब TMC सांसद अभिषेक बनर्जी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये एकतरफा फैसला है।

क्या बोले TMC सांसद?

TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा- 'इस बारे में हमसे संपर्क नहीं किया गया, कोई चर्चा नहीं हुई। दुर्भाग्य से यह एकतरफा निर्णय है।'

लोकसभा में ओम बिरला Vs के सुरेश

लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सरकार और विपक्ष के बीच मंगलवार को आम-सहमति नहीं बन सकी और अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार तथा भाजपा सांसद ओम बिरला का मुकाबला कांग्रेस के कोडिकुन्नील सुरेश के साथ होगा। बिरला और सुरेश ने मंगलवार को क्रमश: राजग और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के उम्मीदवारों के रूप में अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।

अपने रुख पर अड़े रहे दोनों गुट

लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में उतरने के लिए विपक्ष ने अंतिम समय में तब फैसला लिया जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी इस पूर्व शर्त को नहीं माना कि राजग के उम्मीदवार बिरला का समर्थन करने के ऐवज में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को उपाध्यक्ष पद दिया जाना चाहिए।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसद भवन स्थित कार्यालय में विपक्ष की ओर से कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और द्रमुक के टी आर बालू ने सिंह, गृह मंत्री अमित शाह तथा स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से इस मुद्दे पर आम-सहमति बनाने के उद्देश्य से बातचीत की लेकिन दोनों पक्ष अपने रुख पर अड़े रहे और कोई नतीजा नहीं निकला।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार के नाम पर सर्व सम्मति होती तो बेहतर होता। उन्होंने इस संबंध में शर्तें रखने के लिए विपक्ष की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को शर्तों पर नहीं चलाया जा सकता।

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जनता दल (यूनाइटेड) के नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि बिरला का नाम राजग के सभी दलों ने सर्वसम्मति से तय किया और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह भी समर्थन हासिल करने के लिए विपक्ष के पास पहुंचे।

(PTI इनपुट के साथ)

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 25 June 2024 at 17:43 IST