Published 20:38 IST, October 12th 2024
'अब कुछ लोगों को खुद को हिंदू कहने में तकलीफ होती है...', INDI गठबंधन पर CM एकनाथ शिंदे का प्रहार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज (12 अक्टूबर) दशहरा रैली में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हिंदू होने पर गर्व महसूस करना चाहिए।
Eknath Shinde on India Alliance: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज (12 अक्टूबर) दशहरा रैली में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हिंदू होने पर गर्व महसूस करना चाहिए। शिंदे ने यह बयान तब दिया जब उन्होंने बालासाहेब ठाकरे की याद में आयोजित रैली को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ‘मेरे सभी हिंदू भाई-बहनों को नमस्कार। जब बालासाहेब कहते थे गर्व से कहो हम हिंदू हैं, मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। लेकिन आजकल कुछ लोगों को हिंदू शब्द बोलने पर तकलीफ होती है और उनकी जबान कांपती है।’ एकनाथ शिंदे ने जोर देकर कहा कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है और उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आत्मसात करते हुए शिवसेना को एक नई दिशा दी है।
हरियाणा चुनाव ने जलेबी को कड़वा बना दिया- शिदें
एकनाथ शिंद ने कहा कि 'यह आजाद शिवसेना की आजाद दशहरा रैली है।' उन्होंने कहा कि वे बालासाहेब के विचारों से अलग होने वालों को सत्ता से बाहर करने में सफल हुए हैं और कहा, 'जब हमने सत्ता से विरोधियों को बाहर किया, तो उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 3-4 महीने में गिर जाएगी, लेकिन हमने उनके सभी दावों को पलट दिया है।' एकनाथ शिंद ने कहा कि, 'झूठ बोलकर एक बार सीट ज्यादा मिल गया...लेकिन हरियाणा विधासभा चुनाव ने इनकी जलेबी को कड़वा बना दिया..जो हरियाणा में हुआ वैसा ही महाराष्ट्र में होगा'।
हमने महाराष्ट्र को फिर से नंबर 1 पर लाया- CM शिंदे
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि, 'मैं बालासाहेब और आनंद दिघे का सच्चा शागिर्द हूं। मुझे हल्के में मत लेना।' उन्होंने पिछले 2 सालों में अपनी सरकार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा, 'हमने महाराष्ट्र को फिर से नंबर 1 पर लाया, जिसे MVA सरकार ने 3 नंबर पर पहुंचा दिया था।'
'महाराष्ट्र में किसानों को सालाना 12 हजार रुपये'
एकनाथ शिंदे ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री की योजना के अनुसार, हर साल किसानों को 6 हजार रुपये मिलते हैं और उन्होंने भी महाराष्ट्र में किसानों को 6 हजार रुपये देने की प्रक्रिया शुरू की है। इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र एकमात्र ऐसा राज्य है जो किसानों को कुल 12 हजार रुपये सालाना देता है।' मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में न्याय और अन्याय पर भी जोर देते हुए कहा कि, 'बालासाहेब ने कहा था, 'कभी अन्याय मत करना और अन्याय मत सहन करना।' जब अन्याय सहन नहीं हुआ, तो मैंने उठाव किया।'
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी ने किया रावण दहन, राष्ट्रपति मुर्मू संग लाल किले के दशहरा महोत्सव में हुए शामिल
Updated 20:38 IST, October 12th 2024