Updated April 22nd, 2024 at 14:34 IST
चिंता मत करो भारत की ताकत...जब भीड़ ने बोला PoK चाहिए... तो राजनाथ सिंह ने दिया ये जवाब
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में जब भीड़ ने कहा कि PoK चाहिए तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहुत बड़ा बयान दिया।
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चुनावी मौसम में प्रचार-प्रसार के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी की जनता के बीच पहुंचे। सिलीगुड़ी में एक रैली को संबोधित करने के दौरान भीड़ से आवाज आई कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (PoK) चाहिए। इसपर राजनाथ सिंह ने कहा कि चिंता मत करो भारत की ताकत बढ़ रही है। PoK हमारा था, PoK हमारा है और PoK हमारा रहेगा।
सिलीगुड़ी में अपनी रैली को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "PoK हमारा था, PoK हमारा है और PoK हमारा रहेगा। भारत में हो रहे विकास कार्यों को देखकर पीओके के लोग खुद भारत के साथ रहने की मांग करेंगे। रक्षा क्षेत्र में भारत बड़ी प्रगति कर रहा है। देश तेजी से रक्षा उपकरणों का आयातक की बजाय निर्यातक देश बन रहा है। भारत की प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय जगत में जिस तरीके से बढ़ रही है, भारत की अर्थव्यवस्था जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, अब हमारे PoK के भाई-बहन खुद भारत के साथ आने की मांग करेंगे।"
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भारत को दुनिया में कोई देश डरा नहीं सकता- राजनाथ सिंह
उन्होंने कहा कि भारत ने ऐसा कद हासिल कर लिया है कि दुनिया में कोई भी देश को डरा नहीं सकता। भारत दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है, लेकिन अगर हमारे मामले में हस्तक्षेप किया जाता है तो आप समझते हैं कि क्या होगा। भारत आने वाले कुछ सालों में दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।
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सियाचीन में भारतीय सेना की मौजूदगी को हुए 40 साल
रक्षा मंत्री ने सियाचिन का दौरा ऐसे समय में किया जब रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में भारतीय सेना की मौजूदगी को एक सप्ताह पहले 40 साल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ क्षेत्र में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सिंह ने सियाचिन में तैनात सैनिकों से भी बातचीत की। काराकोरम पर्वतीय शृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जहां सैनिकों को शीतदंश और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है।
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भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन मेघदूत’ के तहत अप्रैल, 1984 में सियाचिन ग्लेशियर पर अपना पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर लिया था। भारतीय सेना ने पिछले कुछ वर्षों में सियाचिन में अपनी मौजूदगी मजबूत की है। पिछले साल जनवरी में सेना के ‘कोर ऑफ इंजीनियर्स’ की कैप्टन शिवा चौहान को सियाचिन में एक अग्रिम चौकी पर तैनात किया गया। इस प्रमुख युद्धक्षेत्र में किसी महिला सैन्य अधिकारी की यह पहली अभियानगत तैनाती है।
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Published April 22nd, 2024 at 08:59 IST
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