Published 16:28 IST, September 9th 2024
LPG सिलेंडर, मजार... कानपुर में Kalindi Express को उड़ाने की साजिश में क्या है 'जमाती' कनेक्शन?
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को LGP सिलेंडर के जरिए पलटाने की कोशिश की गई। रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर रखा था, जिससे ट्रेन टकराई। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ।
Kanpur Kalindi Express: एक बड़ी साजिश के तहत इन दिनों ट्रेनों को टारगेट किया जा रहा है। कानपुर में पिछली रात एक बड़े ट्रेन हादसे को अंजाम देने की कोशिश की गई। साजिशकर्ता जो भी है, उसके इरादे बेहद खतरनाक थे। LGP से भरा सिलेंडर रेलवे ट्रैक पर रखा गया था। एक बैग में पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और विस्फोटक था। इन सब चीजों से अंदाजा किया जा सकता है कि प्लानिंग एक बहुत बड़ी दुर्घटना को अंजाम देने की थी। हालांकि ट्रेन के लोको पायलट की सूझबूझ ने बहुत लोगों को बेमौत मरने से बचाया है। खैर, अब साजिशकर्ता तक जांच एजेंसियां पहुंचने की कोशिश में लग चुकी हैं। इसमें मुस्लिम जमात भी जांच के दायरे में आ चुकी है।
कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश के मामले में पुलिस के साथ ही एटीएस और आईबी की जांच के दायरे में जमातियों को भी लिया गया है। जानकारी सामने आई है कि बिल्हौर के मकनपुर में हजरत बदीउद्दीन जिंदा शाह की मजार है। इस मजार पर देश-विदेश से बड़े पैमाने पर जमाती आते रहते हैं। ऐसे में पुलिस ने जांच के दायरे में जमातियों को लिया है। पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि कानपुर के बिल्हौर में बड़े पैमाने पर जमातियों का डेरा रहता है।
LGP सिलेंडर के जरिए ट्रेन पलटाने की साजिश!
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को LGP सिलेंडर के जरिए पलटाने की कोशिश की गई थी। कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर ही रख दिया गया था, जिससे कालिंदी एक्सप्रेस टकरा गई। कानपुर-कासगंज रूट पर बर्राजपुर और बिल्हौर स्टेशनों के बीच मुड़ेरी गांव की क्रॉसिंग के पास प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के साथ ये दुर्घटना हुई। गनीमत रही कि इस घटना में किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है और इसमें लोको पायलट की भूमिका सबसे अहम रही है।
पुलिस के मुताबिक, लोको पायलट ने बताया कि उसे ट्रैक पर कोई संदिग्ध चीज दिखाई दी, जिसके बाद उसने ब्रेक मारी। ट्रेन की रफ्तार तेज थी और ऐसे में ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन उस चीज से टकरा गई, जिससे काफी तेज आवाज हुई। ट्रेन रोककर ड्राइवर ने गार्ड और बाकी लोगों को सूचना दी। बताया जाता है कि तेज रफ्तार ट्रेन से टकराने के बाद सिलेंडर करीब 50 मीटर दूर जा गिरा। चालक ने ट्रेन रोक दी। करीब 20 मिनट तक ट्रेन वहीं खड़ी रही।
चालक ने क्रॉसिंग पर तैनात गेटमैन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद रेलवे और पुलिस अधिकारियों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों को एक बैग में पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और विस्फोटक मिला। पास की झाड़ियों में लोगों के बैठे होने के निशान भी मिले। फॉरेंसिक टीम ने वहां जांच की। भिवानी जा रही ट्रेन संख्या 14117 कालिंदी एक्सप्रेस रात करीब सवा 8 बजे बड़राजपुर स्टेशन से बिल्हौर की ओर रवाना हुई और मुड़ेरी गांव में क्रॉसिंग के पास ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई। फिलहाल अधिकारी कर रहे हैं कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। हमारी फॉरेंसिक टीम भी डिटेल में समीक्षा कर रही है।
10 संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया
मामले में पुलिस ने अभी 10 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह कह रहे हैं कि निश्चित तौर पर ये साजिश है। हम इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। पूछताछ के लिए कुछ लोग हिरासत में लिए गए हैं। मामले की छानबीन की जा रही है। इस पूरी घटना में बाल में कई एजेंसियां काम कर रही हैं। एटीएस के आईजी का कहना है कि ट्रेन को डिरेल करने का प्रयास किया गया था। हर पहलू को देख रहे हैं, जो नतीजे होंगे बताएंगे।
इस पूरे मामले की जांच में कई टीमें लगी हैं। फिलहाल ट्रेन को डिरेल करने की साजिश में इस्तेमाल किए गए LGP सिलेंडर को खाली किया जा चुका है। डॉग स्क्वाड के साथ टीम घटनास्थल पर हैं और जांच तेजी से जारी है।
Updated 16:28 IST, September 9th 2024