अपडेटेड July 5th 2024, 19:00 IST
Bihar: बिहार में लगातार पुल गिरने के मामले में नीतीश सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। जानकारी मिल रही है कि नीतीश सरकार ने इस मामले में 14 इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया है।
आपको बता दें कि बिहार में पिछले 17 दिनों में 10 पुल गिरने की सूचना मिली है। इसके बाद नीतीश सरकार की कार्यप्रणाली पर भी विपक्षी सवाल उठा रहे हैं।
बिहार सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुल गिरने के मामले में सस्पेंड किए गए इंजीनियर्स में 2 कार्यपालक अभियंता निलंबित, 4 सहायक अभियंता और 5 कनिय अभियंता शामिल हैं। जल संसाधन विभाग ने ये कार्रवाई की है। नीतीश सरकार की ओर से कहा गया है कि टूटे हुए पुलों के स्थान पर नए पुलों का निर्माण कार्यकारी संवेदक के रिस्क और कॉस्ट पर उन्हीं के द्वारा उसका निर्माण किया जाएगा। सरकार पूरी तरह से गंभीर है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया है कि पुराने 6 पुल जो गिरे हैं, वो सभी एक ही योजना से संबंधित हैं। इस पर अविलम्ब कार्रवाई की गई है। संवेदक का नाम मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन है। उसके द्वारा यह निर्माण किया जा रहा था। उसी के ऊपर कार्रवाई भी की जा रही है। उसी के पैसे पर पूरा निर्माण होगा।
सारण जिले में जनता बाजार क्षेत्र और लहलादपुर क्षेत्र में कुल दो छोटे पुल ढह गए थे। जिलाधिकारी ने कहा, “इन छोटे पुलों के ढहने का कारण जानने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।” स्थानीय लोगों के अनुसार पिछले कुछ दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण पुल ढहे हैं।
सिवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में पिछले 17 दिन में 10 पुल ढह गए हैं। ताजा घटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से सड़क निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग को राज्य के सभी पुराने पुलों का सर्वेक्षण करने और मरम्मत की जरूरत वाले पुलों को चिन्हित करने का निर्देश देने के एक दिन बाद घटी थी।
पब्लिश्ड July 5th 2024, 18:32 IST