अपडेटेड 27 December 2025 at 19:15 IST
'हिंदुओं माला और भाला अपने साथ रखो...', पड़ोसी देश में नरसंहार के बीच धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान: बोले- बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए गेट खोल दो
बांग्लादेश में नरसंहार के बीच बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए गेट खोल देना चाहिए।
- भारत
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बांग्लादेश में नरसंहार के बीच बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए गेट खोल देना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने हिंदुओं से अपील की है कि वो माला और भाला अपने साथ रखे। बाबा बागेश्वर ने इसका उपयोग किसी पर हमला करने के लिए नहीं, बल्कि अपनी रक्षा करने के लिए करनी की बात की।
पहले भी बांग्लादेशी हिंदुओं पर दिया था बयान
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा 'बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हमले को लेकर मोदी सरकार को कुछ न कुछ करना चाहिए। अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाते हैं, तो बांग्लादेशी हिन्दू खतरे में पड़ सकते हैं। भारत को इस मुद्दे को विश्व स्तर पर उठान चाहिए।'
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत सरकार को बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए। अगर हम अभी उनके काम नहीं आए, तो हिंदू एकता किसी काम की नहीं है।
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बांग्लादेश में हालिया अपडेट
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के एक्टिंग चेयरमैन तारिक रहमान ने अपने परेशान देश के लोगों से शांति और स्थिरता लाने के लिए मिलकर काम करने को कहा। अमेरिकी नागरिक अधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग के एक उद्धरण का जिक्र करते हुए, रहमान ने कहा, "मेरे पास अपने देश के लोगों और अपने देश के लिए एक योजना है।"
रहमान ने आगे कहा, "यह योजना लोगों के हित के लिए, देश के विकास के लिए, देश की किस्मत बदलने के लिए है। इस योजना को लागू करने के लिए, मुझे देश के सभी लोगों के समर्थन की आवश्यकता है। अगर आप हमारे साथ खड़े होते हैं, तो ईश्वर की कृपा से, हम अपनी योजना को लागू कर पाएंगे।"
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उन्होंने कहा कि वह एक सुरक्षित बांग्लादेश बनाना चाहते हैं जहां जाति, पंथ और धर्म की परवाह किए बिना लोग शांतिपूर्ण माहौल में रह सकें। उन्होंने कहा, "हमारे देश में पहाड़ों और मैदानों के लोग हैं - मुस्लिम, हिंदू, बौद्ध और ईसाई। हम एक सुरक्षित बांग्लादेश बनाना चाहते हैं, जहां हर महिला, पुरुष और बच्चा सुरक्षित रूप से घर से निकल सके और सुरक्षित रूप से लौट सके।"
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 27 December 2025 at 19:15 IST