अपडेटेड 18 August 2025 at 13:52 IST
US का डबल स्टैंडर्ड! चीन पर 'दरियादिली', फिर भारत के लिए 'बेदर्द' क्यों बन गए ट्रंप? अमेरिकी विदेश मंत्री का जवाब सुन माथा पकड़ लेंगे आप!
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्वीकार किया कि ट्रंप प्रशासन ने रूस से तेल खरीदने वाले सबसे बड़े देश चीन को किसी भी तरह के दोहरे प्रतिबंधों से छूट दी, जबकि भारत पर 50% टैरिफ लगाया।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्वीकार किया कि ट्रंप प्रशासन ने रूस से तेल खरीदने वाले सबसे बड़े देश चीन को किसी भी तरह के दोहरे प्रतिबंधों से छूट दी, जबकि भारत पर 50% टैरिफ लगाया, जिसमें मॉस्को से कच्चे तेल की खरीद पर 25% शुल्क भी शामिल है।
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूसी तेल खरीदने पर भारत पर 50% टैरिफ लगाने और भारत की अर्थव्यवस्था को "मृत" कहने के बाद भारत और अमेरिका के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत ने टैरिफ को अन्यायपूर्ण और अनुचित बताते हुए इसका विरोध किया है।
चीन पर 'दरियादिली' का रूबियो ने दिया जवाब
अमेरिकी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में रुबियो ने कहा कि चीन पर कोई भी अतिरिक्त प्रतिबंध ग्लोबल एनर्जी की कीमतों में वृद्धि और बाजारों में उथल-पुथल मचा सकता है। उन्होंने कहा कि जब अमेरिकी सीनेट ने रूस से कच्चा तेल खरीदने पर भारत और चीन पर 100% टैरिफ लगाने का प्रस्ताव रखा था, तब यूरोपीय देशों ने अपनी नाराजगी जताई थी।
उन्होंने कहा, "अगर आप किसी देश पर दोहरा प्रतिबंध लगाते हैं, मान लीजिए आप चीन को रूसी तेल की बिक्री पर रोक लगाते हैं। चीन बस उस तेल को रिफाइंड करता है। फिर उस तेल को ग्लोबल मार्केट में बेचा जाता है, और जो कोई भी उस तेल को खरीदता है, उसे उसके लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है या अगर वह उपलब्ध नहीं है, तो उसे उसके लिए कोई ऑप्शनल सोर्स ढूंढना पड़ता है।"
'यूरोपीय देशों के साथ कोई झगड़ा नहीं करना चाहते'
यह पूछे जाने पर कि क्या यूरोप रूसी तेल खरीद रहा है, रुबियो ने कहा, "अगर आप चीन जाते हो और रिफाइंड हो रहे तेल को देखें, तो उसमें से बहुत सारा तेल वापस यूरोप में बेचा जा रहा है। यूरोप अभी भी प्राकृतिक गैस खरीद रहा है। अब, कुछ देश इससे दूर होने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यूरोप अपने प्रतिबंधों के संबंध में और भी बहुत कुछ कर सकता है।" यूरोप पर अमेरिकी प्रतिबंधों की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह इस मामले में यूरोपीय देशों के साथ कोई झगड़ा नहीं करना चाहते।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 18 August 2025 at 13:52 IST