अपडेटेड 28 August 2025 at 11:12 IST
खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे... यूक्रेन के नाम पर उल-जलूल हरकत कर रहे ट्रंप, भारत पर टैरिफ लगाया तो US हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी ने खूब सुनाया
US हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के डेमोक्रेट्स ने गुरुवार को एक बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर टैरिफ लगाने के कदम की आलोचना की।
US हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के डेमोक्रेट्स ने गुरुवार को एक बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर टैरिफ लगाने के कदम की आलोचना की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि ट्रंप भारत-अमेरिका संबंधों को खराब करने पर तुले हैं।
हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के डेमोक्रेट्स ने एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें कहा गया, "चीन या अन्य देशों द्वारा बड़ी मात्रा में रूसी तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगाने के बजाय, ट्रंप भारत पर टैरिफ लगा रहे हैं, जिससे अमेरिकियों को नुकसान हो रहा है और इस प्रक्रिया में अमेरिका-भारत संबंधों को नुकसान पहुंच रहा है।"
उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें दावा किया गया था कि “भारत ट्रंप प्रशासन को लेकर इतना भ्रमित क्यों है, जबकि 50 प्रतिशत टैरिफ दरें अमेरिका में लागू होने वाली हैं।”
ट्रंप ने भारत को किया टारगेट
डेमोक्रेट्स का यह बयान ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के लागू होने के एक दिन बाद आया है। ट्रंप ने पहले भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की थी और बाद में नई दिल्ली द्वारा रूसी तेल की निरंतर खरीद के लिए दंड के रूप में इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया था। अमेरिका ने रूसी आयातों के लिए यह अतिरिक्त शुल्क या जुर्माना केवल भारत पर लगाया है, जबकि चीन और तुर्की जैसे अन्य खरीदार अब तक इस तरह के उपायों से बचे हुए हैं। चीन पर 30 प्रतिशत और तुर्की पर 15 प्रतिशत शुल्क भारत के 50 प्रतिशत से कम है।
आपको बता दें कि इस घोषणा को प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) में अमेरिका द्वारा रखी गई मांगों पर नई दिल्ली को सहमत कराने के लिए दबाव की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
भारत ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने 6 अगस्त को एक बयान जारी कर भारत पर ट्रंप के टैरिफ लगाने पर चिंता जताई। मंत्रालय ने कहा, "हाल के दिनों में अमेरिका ने रूस से भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है।" मंत्रालय ने आगे कहा, "हमने इन मुद्दों पर अपनी स्थिति पहले ही स्पष्ट कर दी है, जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि हमारा आयात बाजार के कारकों पर आधारित है और भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के समग्र उद्देश्य से किया जाता है।"
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 28 August 2025 at 11:12 IST