अपडेटेड 24 August 2025 at 18:10 IST
अब होगी आर-पार की लड़ाई! ट्रंप के सामने किसी कीमत पर नहीं झुकेगा ईरान, खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चेताया- पूरी ताकत से करेंगे सामना
Iran vs America: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने अमेरिका के राष्ट्रपति को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि ईरान उसके अधीन रहे। इस झूठी उम्मीद को पालने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ ईरान अपनी पूरी ताकत से खड़ा होगा।
Iran vs America: अमेरिका और ईरान का मामला अब भी शांत नहीं हुआ है। अब ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने अमेरिका के राष्ट्रपति को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि ईरान उसके अधीन रहे। इस झूठी उम्मीद को पालने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ ईरान अपनी पूरी ताकत से खड़ा होगा।
आपको बता दें कि इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने न्यूक्लियर प्रोग्राम फिर से शुरू करने की बात कही थी। ईरान के इस बयान से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आगबबूला हो उठे, और उन्होंने कहा था कि अगर ईरान ऐसा करता है, तो फिर से उसके ऊपर हमला किया जाएगा।
क्या बोले खामेनेई?
खामेनेई ने कहा, "दुश्मन जानते हैं कि ईरान को युद्ध से घुटने टेकने पर मजबूर नहीं किया जा सकता, इसलिए अब वे आंतरिक फूट डालकर इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रयासरत हैं। सभी को देश की सेवा करने वालों का, खासकर मेहनती राष्ट्रपति का, समर्थन करना चाहिए। ईरान, अमेरिका की अपमानजनक मांग के खिलाफ मजबूती से खड़ा है।"
उन्होंने आगे कहा, " जो लोग पूछते हैं कि हम अमेरिका से सीधे बातचीत क्यों नहीं करते, वे दूरदर्शी नहीं हैं। अमेरिका चाहता है कि ईरान उसके अधीन रहे। ईरानी राष्ट्र इस बड़े अपमान से बहुत आहत है और इस झूठी उम्मीद को पालने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अपनी पूरी ताकत से खड़ा होगा।"
'ईरान अमेरिका का आज्ञाकारी बने'
ईरान के सुप्रीम लीडर ने कहा, "ईरान पर आक्रमण शुरू होने के एक दिन बाद अमेरिकी एजेंटों का एक समूह इस्लामी गणराज्य के प्रतिस्थापन पर चर्चा करने के लिए एक यूरोपीय राजधानी में इकट्ठा हुआ। उन्होंने एक राजा भी नियुक्त किया। मूर्खों की इस भीड़ में एक ईरानी व्यक्ति भी था। उस ईरानी पर धिक्कार है!"
खामेनेई ने ये भी बताया कि ईरानी राष्ट्र के साथ अमेरिका की दुश्मनी का मुख्य कारण क्या है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में वर्तमान में पद पर आसीन व्यक्ति ने इस मामले का पर्दाफाश किया और असली मकसद स्पष्ट किया। उसने कहा कि ईरान के साथ उनका टकराव इसलिए है ताकि ईरान अमेरिका का आज्ञाकारी बने।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 24 August 2025 at 18:10 IST