अपडेटेड 7 August 2025 at 16:27 IST
भारत पर 'टैरिफ धमाका' कर डोनाल्ड ट्रंप अपने पैर पर तो कुल्हाड़ी नहीं मार रहे? अपने ही देश में चौतरफा क्यों घिरे
Donald Trump Tariffs: भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी ही पार्टी में घिरने लगे हैं।
Donald Trump Tariffs: भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी ही पार्टी में घिरने लगे हैं। अमेरिका के कई विशेषज्ञों ने तो पहले ही इस टैरिफ को गलत बताया था, और अब उनकी पार्टी के लोग ही भारत के साथ रिश्ते खराब ना करने की सलाह देते हुए नजर आ रहे हैं।
अमेरिका में इस बात की चिंता फैल रही है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप ऐसी हरकतें जारी रखते हैं तो इससे भारत, रूस और चीन के और करीब आ जाएगा। 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ के ऐलान के पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे की भी सूचना मिली, जिसने अमेरिका में और अधिक हलचल पैदा कर दी है।
रिपब्लिकन के करीबी ने भी टैरिफ को बताया गलत
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बॉल्टन ने भी इस टैरिफ पॉलिसी पर अपनी चिंता जाहिर की है। उन्होंने अमेरिकी मीडिया से बात करते हुए कहा कि ट्रंप सरकार की पॉलिसी अमेरिका पर भारत के भरोसे को तोड़ सकती है। उनका कहना है कि इस टैरिफ को भारत में नेगेटिव तरीके से लिया गया है, जबकि चीन पर ऐसी सख्ती नहीं की गई। उन्होंने ये भी कहा कि भारत को अपने करीब लाने में अमेरिका को बहुत मेहनत करनी पड़ी थी, लेकिन अब एक गलती की वजह से भारत, रूस और चीन के करीब चला जाएगा।
अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन ने क्या कहा?
अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन ने भारत-अमेरिका तनाव पर एक पोस्ट के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त की। आपको बता दें कि ये वही गायिका हैं, जिन्होंने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान उनके पैर छुए थे। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'मैं फिर कहती हूं। अमेरिका को भारत की जरूरत है और भारत को अमेरिका की। किसी भी तरह की नीति जो हमारे रणनीतिक गठबंधन को कमजोर करती है, वह गलत दिशा है। अमेरिकी राष्ट्रपति और पीएम मोदी, मेरे प्रिय नेता, टैरिफ पर यह ‘मसलदार बयानबाजी’ हम सबको बेचैन कर रही है। अमेरिका और भारत दोनों में हजारों छोटे व्यवसाय इस टैरिफ जंग में पिस रहे हैं। मैं उनसे रोज बात करती हूं।'
निक्की हेली ने कही थी ये बात
संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय निर्यात पर उच्च टैरिफ लगाने की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को रूस से तेल न खरीदने के लिए मजबूर करते हैं, जबकि दूसरी ओर, चीन, जो रूसी और ईरानी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है, को 90 दिनों के लिए टैरिफ पर रोक लगा दी जाती है।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 7 August 2025 at 16:27 IST