अपडेटेड 8 October 2025 at 16:03 IST
पहले बम से किया अटैक, फिर ऑटोमैटिक हथियारों से चलाईं गोलियां... पाकिस्तानी सेना के काफिले पर बड़ा हमला, 11 सैनिकों की मौत
आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने घात लगाकर बमों से काफिले पर हमला किया और फिर ऑटोमैटिक हथियारों से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर बड़ा हमला किया गया है। बताया जा रहा है कि आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने घात लगाकर बमों से काफिले पर हमला किया और फिर ऑटोमैटिक हथियारों से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं।
इस दौरान 11 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई, जिसमें दो अधिकारी भी शामिल थे। आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तानी आर्मी ने आतंकी पीर आगा कंधारी को मार गिराया था। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि यह हमला इसी का बदला लेने के लिए किया गया है।
जवाबी कार्रवाई में 19 आतंकी ढेर
हमले के बाद पाकिस्तानी सेना का बयान सामने आया है, जिसमें सेना ने बताया है कि जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी 19 आतंकियों को ढेर कर दिया। आपको बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा का ओरकजाई जिला आतंकियों का ठिकाना माना जाता है।
हमले के दौरान मारे गए सैनिकों में लेफ्टिनेंट कर्नल जुनैद आरिफ (39 वर्ष) और मेजर तैय्यब रहात (33 वर्ष) का भी नाम शामिल है। सेना का कहना है कि उनके जवानों ने देश की रक्षा के लिए ये बलिदान दिया है।
पहले भी हो चुके हैं हमले
इससे पहले भी टीटीपी ने घात लगाकर सेना के काफिले को निशाना बनाया था, जिसमें 12 जवानों की मौत हो गई। इस दौरान हमलावर हथियार लूटकर भी ले गए। तहरीक-ए-तालिबान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए हमले की जिम्मेदारी भी ली थी। बताया गया था कि यह हमला हाल के महीनों में हुए सबसे बड़े हमलों में से एक था।
आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हुई है। इससे पहले 2014 में एक बड़े ऑपरेशन के बाद टीटीपी को पीछे धकेलने के दावे किए गए थे। हालांकि, 2021 से तालिबान एक बार फिर काबुल में वापस लौट आया और बॉर्डर पर आतंकी गतिविधियों के बढ़ने के दावे किए जाने लगे। इसके बाद से ही पाकिस्तान ने भी अफगानिस्तान पर आरोप लगाने शुरू कर दिए कि काबुल प्रशासन आतंकियों को कंट्रोल करने में नाकाम है।
वर्ल्ड मीडिया में भी कहा जा रहा है कि खैबर पख्तूनख्वा के कई इलाकों में आतंकियों के कब्जे का डर बढ़ गया है। पिछले कुछ महीनों से टीटीपी के लड़ाकों और हमलों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 8 October 2025 at 16:03 IST