अपडेटेड 7 September 2025 at 20:17 IST
पाकिस्तान में बिना गोली-बमबारी के 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को नुकसान, 4100 गांवों में हड़कंप; अब तक 56 मौतें
पाकिस्तान में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। 25 जिलों के 4100 गांवों में हालात बद से बदतर हो गए हैं।
पाकिस्तान में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। 25 जिलों के 4100 गांवों में हालात बद से बदतर हो गए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस बाढ़ की चपेट में आने से 56 लोगों की मौत हो गई है।
पीडीएमए के महानिदेशक इरफान अली काठिया के अनुसार, इस तबाही से 4.1 करोड़ लोगों को नुकसान पहुंचा है। इस बीच सरकार ने राहत कार्यों में भी तेजी लाई है और प्रभावित इलाकों में 425 राहत शिविर और टेंट स्थापित किए हैं।
अब तक 907 लोग अपनी जान गंवा चुके
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, जून के अंत से देश भर में बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में अब तक 907 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 1,044 अन्य घायल हुए हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा 502 मौतें और 218 घायल हुए हैं। पंजाब में, 223 लोग मारे गए और 654 घायल हुए, जबकि सिंध में मानसून के मौसम में 58 मौतें और 78 घायल हुए।
सतलुज नदी में पानी का प्रवाह प्रभावित होने की आशंका
बलूचिस्तान में 26 मौतें हुईं, जबकि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में बारिश, अचानक बाढ़ और भूस्खलन के कारण 41 मौतें और 52 घायल हुए। इसके अलावा, पीओके में 38 और इस्लामाबाद में नौ मौतें हुईं। इस बीच, जल संसाधन मंत्रालय ने सूचित किया है कि भारत ने पाकिस्तान को सतलुज नदी के हरिके और फिरोजपुर में "उच्च स्तर" की बाढ़ दर्ज होने के बारे में सचेत किया है। अधिसूचना के अनुसार, यह जानकारी रविवार सुबह 8 बजे दर्ज की गई। इस चेतावनी के बाद सतलुज नदी में पानी का प्रवाह प्रभावित होने की आशंका है।
बाढ़ग्रस्त नदियों ने ज्यादातर अपने किनारों के पास के ग्रामीण इलाकों को प्रभावित किया है, लेकिन भारी बारिश से शहरी इलाकों में भी बाढ़ आ गई है, जिसमें देश के दूसरे सबसे बड़े शहर लाहौर के कई हिस्से भी शामिल हैं। दक्षिण एशिया में मौसमी मानसून के कारण होने वाली बारिश पर किसान निर्भर रहते हैं, लेकिन जलवायु परिवर्तन इस पूरे क्षेत्र में इस घटना को और भी अनिश्चित और घातक बना रहा है।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 7 September 2025 at 20:17 IST