अपडेटेड 22 August 2025 at 17:50 IST
'मैं भविष्यवाणी करता हूं- कुछ ही दिनों में हिंदी बनाम बांग्ला शुरू होगा', सुधांशु त्रिवेदी ने ऐसा क्यों कहा
Samvad 2025: रिपब्लिक भारत के कार्यक्रम नए भारत का शंखनाद 'संवाद' में मनोरंजन जगत से लेकर राजनीति जगत की कई बड़ी हस्तियों ने शिरकत की। इस दौरान बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने एक भविष्यवाणी भी की, जिसमें उन्होंने बताया कि कुछ ही समय में हिंदी बनाम बांग्ला भी शुरू हो जाएगा।
Samvad 2025: रिपब्लिक भारत के कार्यक्रम नए भारत का शंखनाद 'संवाद' में मनोरंजन जगत से लेकर राजनीति जगत की कई बड़ी हस्तियों ने शिरकत की। इस दौरान बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने एक भविष्यवाणी भी की, जिसमें उन्होंने बताया कि कुछ ही समय में हिंदी बनाम बांग्ला भी शुरू हो जाएगा।
इससे पहले उन्होंने ये भी कहा था कि दुनिया अब मल्टीपोलर वर्ल्ड की ओर बढ़ रही है, जिसमें किसी एक देश के पास पूरा कंट्रोल नहीं होगा।
क्या बोले सुधांशु त्रिवेदी?
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “कुछ वक्त पहले एक नया दौर शुरू हुआ- भारत के अंदर टकराव लाने का। याद करिए कर्नाटक के एक मिनिस्टर थे, जिन्होंने कहा कि साउथ ज्यादा टैक्स देता है। नॉर्थ कम देता है। तो उनसे जर्नलिस्ट ने पूछा- क्या अलग हो जाना चाहिए? इसपर उन्होंने कहा कि हम अलग होने की सोचेंगे। नॉर्थ-साउथ को डिवाइड करो। उसके बाद तेलंगाना के सीएम ने बिहार के लोगों के लिए कहा कि उनका डीएनए खराब है और हमारा डीएनए अच्छा है। तमिलनाडु के मिनिस्टर ने यूपी और बिहार के लोगों के लिए कहा कि वो यहां सफाई करने के लिए आते हैं। अब आप देखिए तमिल और हिंदी की लड़ाई 60s में सुनी थी। महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय बनाम मराठी की बात हुई थी। अब मराठी बनाम हिंदी का टसल आप पहली बार देख रहे हैं। अब कन्नड़ बनाम हिंदी का टसल आप पहली बार देख रहे हैं, और मैं अभी से भविष्यवाणी कर रहा हूं। अगले छह महीने में आप बांग्ला बनाम हिंदी का टसल देखेंगे, क्योंकि भारत को लड़ाना है।”
उन्होंने आगे कहा, "दक्षिण और उत्तर को लड़ाना है। प्रांतों को लड़ाना है। भाषाओं को लड़ाना है, और मजे की बात ये है कि जिन्होंने अपनी भाषा में कभी इंजीनियरिंग और मेडिकल नहीं पढ़ाया, वही लड़ाने के लिए लगे हुए हैं। मोदी जी की सरकार ने आकर 16 भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई शुरू की है। आप सोचिए प्रांत पर लड़ाना है, क्षेत्र पर लड़ाना है, भाषा पर लड़ाना है, जात पर लड़ाना है। भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशाअल्लाह का ख्वाब ऐसे थोड़ी साकार होना है। इसलिए, यह चैलेंज हमारे लिए अंदर से है।"
मल्टीपोलर वर्ल्ड की ओर बढ़ रही दुनिया
बीजेपी नेता ने इससे पहले कहा, “सोवियत संघ 1922 में बना। 1991 में बिखर गया, और अब तो ऐसा लगता है कि वैश्वीकरण सिर्फ 30-35 सालों में ही दम तोड़ने लगा है। उस समय ग्लोबलाइजेशन लाया किस लिए गया था? बेनिफिशरी हम हुए, और अब मैं कह रहा हूं कि ये जो टैरिफ वॉर हो रहा है, इसके बेनिफिशरी हम होने जा रहे हैं। आप कहेंगे कैसे? अब सिंगल पॉइंट कंट्रोल खत्म हो जाएगा। एफटीएस बनेंगे यानी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट्स। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ किया। ब्रिटेन के साथ किया, यूएई के साथ किया। इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पे किसी का कोई कंट्रोल नहीं रहेगा। जाहिर है, इससे बहुध्रुवीय विश्व (मल्टीपोलर वर्ल्ड) का निर्माण होगा।। इसमें किसी को कोई कंफ्यूजन नहीं रहना चाहिए।”
इस कार्यक्रम के Sponsors हैं-
𝐏𝐨𝐰𝐞𝐫𝐞𝐝 𝐁𝐲- 𝐂𝐚𝐧𝐚𝐫𝐚 𝐇𝐒𝐁𝐂 𝐥𝐢𝐟𝐞 𝐢𝐧𝐬𝐮𝐫𝐚𝐧𝐜𝐞 - 𝐏𝐫𝐨𝐦𝐢𝐬𝐞𝐬 𝐤𝐚 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐧𝐞𝐫
𝐍𝐮𝐭𝐢𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐧𝐞𝐫 - 𝐍𝐄𝐂𝐂
𝐒𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐧𝐞𝐫- उत्तराखंड शासन.
𝐀𝐬𝐬𝐨𝐜𝐢𝐚𝐭𝐞 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐧𝐞𝐫- @rudraliferudraksha
𝐀𝐬𝐬𝐨𝐜𝐢𝐚𝐭𝐞 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐧𝐞𝐫- 𝐂𝐚𝐬𝐡 𝐠𝐨𝐥𝐝, 𝐂𝐚𝐬𝐡 𝐇𝐚𝐢 𝐓𝐨𝐡 𝐀𝐢𝐬𝐡 𝐇𝐚𝐢
यहां देखें LIVE
R. भारत लाइव टीवी- https://www.republicbharat.com/livetv/
R. भारत यूट्यूब- https://www.youtube.com/RepublicTVBharat
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 22 August 2025 at 17:48 IST