अपडेटेड 31 January 2025 at 16:45 IST

'Poor Lady, भाषण के अंत में थक गईं...', सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति मुर्मू को बेचारी महिला कहा, BJP ने बताया अपमान

संसद का बजट सत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ आज से शुरू हुआ। हालांकि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति पर बयान देकर विवाद की भी शुरुआत कर दी है।

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Sonia Gandhi Insults President Murmu | Image: ANI

Sonia Gandhi Remarks: संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद सियासत शुरू हो गई है। इसमें सोनिया गांधी ने आपत्तिजनक बयान देकर विवाद भी बढ़ा दिया है। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के लिए 'बेचारी' शब्द का इस्तेमाल किया और उनके अभिभाषण को बोरिंग बताया। सोनिया गांधी के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी भड़क गई है और उसे राष्ट्रपति का अपमान बताया है।

संसद का बजट सत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ आज से शुरू हुआ है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में नरेंद्र मोदी सरकार के कामों को सराहा और विस्तार से अपनी बात रखी। संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी एक साथ बाहर आए। जब राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर सोनिया गांधी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा- 'अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थी। बेचारी वो मुश्किल से बोल पा रही थीं।'

सोनिया और राहुल के बीच हुआ सवाल-जवाब

संसद के बाहर सवाल जवाब सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच हो रहा था। राहुल ने सोनिया से पूछा कि आप इस भाषण के बारे में क्या सोचती हैं? सोनिया ने जवाब में कहा- 'झूठे वादे'। राहुल गांधी ने कहा- बोरिंग? सोनिया ने जवाब दिया कि नहीं, बेचारी महिला, राष्ट्रपति जी आखिर में थक गई थीं। राहुल ने फिर पूछा- एक ही बात दोहरा रहे हैं?। सोनिया ने कहा- नहीं, बेचारी वो मुश्किल से बोल पा रही थीं।

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सोनिया गांधी की टिप्पणी पर बीजेपी भड़की

सोनिया गांधी के बयान को बीजेपी ने राष्ट्रपति का अपमान बताया है। बीजेपी नेता सुकांता मजूमदार ने रिपब्लिक से कहा कि कांग्रेस अभी पहले वाली कांग्रेस नहीं रही है। जब से राहुल गांधी आए है कांग्रेस चेंज हो गई। उनको सलाह देने वाले वामपंथी हैं, इसलिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। महामहिम के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एसपी सिंह बघेल रिपब्लिक से बातचीत में कहते हैं- संवैधानिक पदों और संवैधानिक संस्थानों का कांग्रेस अपमान करती रही है। जो संविधान को अपनी नीली जींस के दाहिने जेब में रखकर घूमते हैं, क्योंकि संविधान को जेब में रखकर ही उन्होंने इमरजेंसी लगाई थी। जब कांग्रेसियों के ऐसे बयान आते हैं, तो कोई हैरानी नहीं होती है। बीजेपी सांसद ने कहा कि ये सरकार की योजनाओं की छोटी सी झलक थी। राष्ट्रपति ने उनको बताया और जब सत्ता पक्ष के लोग समर्थन दे रहे थे तो विपक्ष को नागवार गुजरा है। ये आंकड़े हैं कि 12 करोड़ शौचालय बने हैं। 12 करोड़ से अधिक आवास बने हैं और 12 करोड़ से ऊपर किसानों को सम्मान निधि मिली है। लोग आयुष्मान योजना से लाभान्वित हैं। ये सब सुनने में कांग्रेस को अच्छा नहीं लग रहा है।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 31 January 2025 at 13:46 IST