अपडेटेड 21 August 2025 at 09:23 IST
EXPLAINER/ क्या ऑनलाइन मनी गेम्स खेलने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई? हर साल लगता है ₹20,000 करोड़ का चूना, जानिए Online Gaming Bill के बारे में सबकुछ
Online Gaming Promotion and Regulation Bill 2025: इस बिल का मकसद साफ है- उन ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाना, जिसमें वित्तीय जोखिम जुड़े होते हैं।
ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन एवं रेगुलेटरी बिल 2025 बुधवार को लोकसभा से पास हो गया। इस बिल में पैसा देकर ऑनलाइन गेम खेलने पर पूरी तरह से प्रतिबंध का प्रावधान है। आपको बता दें कि इस बिल के जरिए ऑनलाइन फैंटेसी स्पोर्ट्स से पोकर, रमी और कार्ड गेम्स पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
इस बिल के अनुसार, ऑनलाइन गेम्स खेलने वालों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी, बल्कि उन्हें पीड़ित माना जाएगा। आपको बता दें कि ऑनलाइन गेमिंग बिल सरकार को ऑनलाइन सोशल गेम्स को "मान्यता, वर्गीकरण और पंजीकरण" करने का अधिकार देता है। यह सुरक्षित, उम्र-उपयुक्त सोशल और एजुकेशनल गेम्स के विकास और डिस्ट्रिब्यूशन के लिए प्लेटफॉर्म बनाकर किया जाएगा। भारतीय मूल्यों से जुड़े सांस्कृतिक और शैक्षिक खेलों पर विशेष जोर दिया जाएगा।
कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म "फाइनेंशियल फ्रॉड, मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी और आतंकवाद को फंडिंग" से जुड़े पाए गए। सांसदों ने कहा कि कई ऑपरेटरों के विदेश में होने के कारण, राज्य के नियमों और टैक्स को लागू करना मुश्किल हो जाता है।
ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन एवं रेगुलेटरी बिल 2025 में क्या खास है?
- ऑनलाइन मनी गेमिंग की सुविधा प्रदान करने वालों पर एक करोड़ तक का जुर्माना लगाया जाएगा, और 3 साल तक की सजा भी हो सकती है।
- ऑनलाइन गेमिंग के लिए विज्ञापन देने वालों को 2 साल तक की सजा हो सकती है, 50 लाख का जुर्माना लग सकता है, या फिर दोनों मिल सकता है।
- अगर कोई ऑनलाइन गेमिंग के लिए वित्तीय सहायता करता है, और ऐसे ट्रांजेक्शन करता है, तो उसे 3 साल तक की सजा हो सकती है, और 1 करोड़ तक का जुर्माना लग सकता है।
- अगर इसके बावजूद भी अपराध नहीं रोका जाता। लोग बार-बार ये अपराध करते हैं, तो उन्हें 3-5 साल तक की जेल, और 2 करोड़ तक जुर्माना देना पड़ेगा।
इस बिल का मकसद क्या है? इस बिल का मकसद साफ है- उन ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाना, जिनमें वित्तीय जोखिम जुड़े होते हैं। केंद्र सरकार का कहना है कि ऑनलाइन मनी गेमिंग की वजह से सिर्फ पैसों का ही नुकसान नहीं होता, बल्कि कई लोग सुसाइड भी कर लेते हैं।
अब तक कितने करोड़ का नुकसान? अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक, ऑनलाइन मनी गेमिंग में फंसकर अब तक करीब 45 करोड़ लोग लगभग 20 हजार करोड़ रुपये गंवा चुके हैं। यह अब एक बड़ी समस्या बन चुका है, जिसपर लगाम लगाना बहुत जरूरी है। कई मामलों में फ्रॉड और धोखाधड़ी के भी केस सामने आ चुके हैं।
इस बिल से कितना नुकसान? ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री इस बिल से चिंतित है। उसका मानना है कि इससे जॉब क्रिएटिंग इंडस्ट्री पर असर पड़ेगा। इससे 2 लाख से ज्यादा नौकरियां जा सकती हैं, और 400 से अधिक कंपनियां बंद हो सकती हैं।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 21 August 2025 at 09:18 IST