अपडेटेड 4 September 2025 at 23:18 IST
ट्रंप-पुतिन वार्ता के बाद सबकुछ टांय-टांय फिस्स... अब दुनिया की नजर भारत पर, EU की अध्यक्ष बोलीं- रूस की आक्रामकता को PM मोदी ही...
यूरोपीय संघ (EU) आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत की है और रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने में भारत की भागीदारी पर चर्चा की है।
रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने को लेकर बड़े-बड़े दावे करने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब कन्फ्यूज हो गए हैं कि ये युद्ध रुकेगा भी या नहीं। वो कहने लगे हैं कि मुझे नहीं पता आगे क्या होगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मिलेंगे या नहीं, इसका भी उन्हें कुछ पता नहीं है।
इस बीच यूरोपीय देशों के नेता भारत के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। अलास्का मीटिंग से लेकर अभी तक जेलेंस्की कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर चुके हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी पीएम मोदी से बात की है।
इसके बाद जर्मनी के विदेश मंत्री भारत आए। अब यूरोपीय संघ (EU) आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने भी पीएम मोदी से फोन पर बातचीत की है और रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने में भारत की भागीदारी पर चर्चा की है।
उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने एक्स पर किया पोस्ट
उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने एक्स पर अपने एक पोस्ट में पीएम मोदी से हुई बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करके खुशी हुई। हम राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ भारत के निरंतर सहयोग का हार्दिक स्वागत करते हैं। रूस को उसके आक्रामक युद्ध को समाप्त करने और शांति की राह बनाने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह युद्ध वैश्विक सुरक्षा के लिए हानिकारक है और आर्थिक स्थिरता को कमजोर करता है। इसलिए यह पूरी दुनिया के लिए एक जोखिम है।"
उन्होंने आगे लिखा, "भविष्य की ओर देखते हुए, हम 2026 में जल्द से जल्द अगले यूरोपीय संघ-भारत शिखर सम्मेलन में एक संयुक्त रणनीतिक एजेंडे पर सहमत होने की योजना बना रहे हैं। हम वर्ष के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत पूरी करने के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। इसे हासिल करने के लिए अभी प्रगति जरूरी है।"
सबको भारत से इतनी उम्मीदें क्यों?
भारत ने यूक्रेन मुद्दे पर अपना नजरिया संतुलित रखा है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में भी कई बार शांति का पक्षधर होने की बात की और युद्धविराम पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कई बार ये कहा है कि ये युद्ध का युग नहीं है। आपको बता दें कि मैक्रों ने भी पीएम मोदी को फोन करके यूक्रेन मुद्दे पर सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की थी। इसका एक कारण भारत और रूस के करीबी संबंधों को भी बताया जा रहा है। यूरोपीय देशों को लगता है कि भारत रूस के साथ बात करके यूक्रेन मुद्दे को हल कर सकता है।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 4 September 2025 at 19:52 IST