अपडेटेड 30 December 2025 at 23:06 IST

BREAKING: पक्षी से टकराया इंडिगो विमान, प्लेन में सवार थे 118 यात्री; मचा हड़कंप

मंगलवार को कोलकाता से हैदराबाद के शमशाबाद एयरपोर्ट जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट से पक्षी टकरा गया, जिससे इमरजेंसी की स्थिति बन गई।

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IndiGo | Image: ANI

मंगलवार को कोलकाता से हैदराबाद के शमशाबाद एयरपोर्ट जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट से पक्षी टकरा गया, जिससे इमरजेंसी की स्थिति बन गई। फ्लाइट के पायलट ने तुरंत अलर्ट जारी किया और सभी 118 यात्रियों के साथ विमान को सुरक्षित उतार लिया।

इससे पहले नवंबर में ही मुंबई से 186 यात्रियों को लेकर आ रहा इंडिगो का एक विमान उत्तराखंड के देहरादून में ऋषिकेश के पास जॉली ग्रांट एयरपोर्ट के रनवे पर एक पक्षी से टकराने के बाद क्षतिग्रस्त हो गया था। खुशकिस्मती से, विमान में सवार सभी 186 यात्री सुरक्षित बताए गए थे।

बर्ड स्ट्राइक के दौरान क्या होता है?

बर्ड स्ट्राइक तब होता है जब कोई पक्षी किसी विमान से टकराता है। यह ज्यादातर टेक-ऑफ या लैंडिंग के दौरान होता है, जब विमान कम ऊंचाई पर उड़ते हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर घटनाएं छोटी होती हैं और उड़ान सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं होतीं, फिर भी इन्हें सावधानी से लिया जाता है क्योंकि टक्कर से विमान के संवेदनशील हिस्सों को नुकसान हो सकता है।

नोज कोन, विंडशील्ड, पंख और लैंडिंग लाइट जैसे हिस्से आमतौर पर प्रभावित होते हैं। हालांकि, सबसे बड़ा खतरा इंजन को होता है - खासकर अगर कोई बड़ा पक्षी अंदर चला जाए। आधुनिक जेट इंजन छोटे पक्षियों की टक्कर झेलने के लिए डिजाइन किए गए हैं, लेकिन बड़े पक्षियों से कंपन, पावर लॉस या इंजन बंद हो सकता है।

जब बर्ड स्ट्राइक की रिपोर्ट होती है, तो पायलट तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल को अलर्ट करते हैं और अगर हवा में हैं तो लैंडिंग करते हैं। लैंडिंग के बाद, इंजीनियर संरचनात्मक या यांत्रिक क्षति का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच करते हैं, और विमान को सभी सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद ही सेवा के लिए मंजूरी दी जाती है। ऐसी घटनाओं को कम करने के लिए, हवाई अड्डे पक्षियों को भगाने वाले उपकरण, लेजर, आवास प्रबंधन और प्रशिक्षित कर्मियों का इस्तेमाल करते हैं ताकि रनवे को पक्षियों से मुक्त रखा जा सके।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 30 December 2025 at 22:39 IST