अपडेटेड 6 November 2025 at 23:39 IST
बिहार में मतदान का टूटा रिकॉर्ड, सभी पार्टियां सहमी; जनता बदलाव के मूड में या जन सुराज करेगी कमाल?
बिहार चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं ने आज रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग की है। बिहार के वोटर्स ने एक दशक से भी अधिक समय से स्थिर 57% के वोटर टर्नआउट का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
बिहार चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं ने आज रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग की है। बिहार के वोटर्स ने एक दशक से भी अधिक समय से स्थिर 57% के वोटर टर्नआउट का रिकॉर्ड तोड़ दिया। आपको बता दें कि बिहार में इस बार शाम 6 बजे तक 64.66 प्रतिशत वोटिंग हुई है।
इससे पहले 2024 के लोकसभा चुनावों में बिहार में देश में सबसे कम 56.4% मतदान हुआ था, जो राष्ट्रीय औसत से 10 प्रतिशत अंक कम था। पिछली बार यह रिकॉर्ड ऊंचाई 2000 में 62.5% पर पहुंचा था।
बिहार में मतदान प्रतिशत में आखिरी बड़ी उछाल 2015 के विधानसभा चुनावों में देखी गई थी। 2005 में 45-46% के निराशाजनक स्तर से 2010 में 52.73% तक के बाद राज्य ने 2015 में 56.91% मतदान दर्ज किया। इसके बाद 2020 के विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों में मतदान करीब 57% पर स्थिर रहा।
क्या SIR अभियान का मिला फायदा?
SIR अभियान के बाद बिहार की अंतिम मतदाता सूची में लगभग 7.42 करोड़ मतदाता शामिल हुए, जो 2025 की शुरुआत में 7.8 करोड़ से कम थे। कुल मिलाकर, बिहार की एसआईआर-पूर्व मतदाता सूची से 68.66 लाख नाम हटा दिए गए हैं। 1 अगस्त को जारी मसौदा मतदाता सूची में 65 लाख नाम हटाए गए, जिनमें 22 लाख मृत मतदाता भी शामिल हैं। अंतिम मतदाता सूची प्रकाशन से पहले 3.66 लाख नाम और हटाए गए। 21 लाख नए मतदाता और जुड़े हैं।
जिलेवार मतदान प्रतिशत (शाम 5 बजे तक)
- बेगूसराय - 67.32 प्रतिशत
- भोजपुर - 53.24 प्रतिशत
- बक्सर - 55.10 प्रतिशत
- दरभंगा -58.38 प्रतिशत
- गोपालगंज - 64.96 प्रतिशत
- खगडिया - 60.65 प्रतिशत
- लखिसराय - 62.76 प्रतिशत
- मधेपुरा -65.74 प्रतिशत
- मुंगेर - 54.90 प्रतिशत
- मुजफ्फरपुर- 64.63 प्रतिशत
- नालंदा -57.58 प्रतिशत
- पटना - 55.02 प्रतिशत
- सहरसा - 62.65 प्रतिशत
- समस्तीपुर -66.65 प्रतिशत
- सारण - 60.90प्रतिशत
- शेखपुरा - 52.36प्रतिशत
- सीवान - 57.41 प्रतिशत
- वैशाली - 59.45 प्रतिशत
पिछले चुनावों का वोटिंग ट्रेंड
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 6 November 2025 at 17:46 IST