अपडेटेड 13 July 2025 at 11:21 IST

यहां 'असली मर्द' वही जो दूसरों की बीवियों को करते हैं आकर्षित, अगर महिला मान गई तो झाड़ियों में…

World Unique Tradition: वोदाब्बे जनजाति में पुरुषों को दूसरों की पत्नियों को रिझाने का खुलेआम अधिकार होता है। महिलाएं भी शादीशुदा होते हुए गैर-मर्दों को भाव देती हैं और उनके साथ जाने की आजादी रखती हैं।

Wife stealing tradition in Wodaabe tribe
Wife stealing tradition in Wodaabe tribe | Image: freepik

World Unique Tradition: दुनियाभर के अलग-अलग देशों में कई तरह की परंपराएं फॉलो की जाती हैं जिनके बारे में आप भी सुनेंगे तो हैरान रह जाएंगे। आज हम आपको पश्चिमी अफ्रीका की वोदाब्बे (Wodaabe) जनजाति के बारे में बताने वाले हैं जहां पुरुषों को दूसरों की पत्नियों को रिझाने का खुलेआम अधिकार होता है। महिलाएं भी शादीशुदा होते हुए गैर-मर्दों को भाव देती हैं और उनके साथ जाने की आजादी रखती हैं।

ये सब होता है 'गेरेवोल' (Gerewol) फेस्टिवल में जिसके लिए पुरुष घंटों तक सजधजकर तैयार होते हैं और महिलाओं को आकर्षित करने की रेस में शामिल हो जाते हैं। महिला की सहमति से ही वो शादी कर पाते हैं। इस परंपरा को ‘वाइफ-स्टीलिंग’ यानि ‘दूसरों की पत्नी को चुराना’ भी कहते हैं। स्थानीय भाषा में इस परंपरा को "याकी" कहा जाता है। 

वोदाब्बे जनजाति में बीवी चुराने वाली परंपरा

इस जनजाति के लोग खुद को दुनिया के सबसे खूबसूरत लोग होने का दर्जा देते हैं। साथ ही ये समुदाय महिलाओं को एक ही समय में दो पतियों से शादी करने की अनुमति देता है। जहां कुछ महिलाएं दूसरे पति के साथ रहने से पहले अपने पहले पति को छोड़ देती हैं तो वहीं कुछ एक ही समय में दोनों पतियों के साथ रहना पसंद करती हैं। ऐसा कहा जाता है कि मर्दों को पहली शादी अपने घरवालों की पसंद से और दूसरी शादी केवल दूसरों की पत्नियों से करने की अनुमति होती है।

Two young men participate in the wodaabe mbororo guerewol festival adorned  with elaborate body paint and traditional attire celebrating their rich  cultural heritage in niger generative ai | Premium AI-generated image

इस फेस्टिवल के दौरान आदमी रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं और चेहरे पर मेकअप करते हैं। इसका उद्देश्य यही है कि अपने अच्छे लुक के कारण वो किसी महिला को इंप्रेस कर सकें, भले ही वो शादीशुदा क्यों ना हो और उसके साथ भाग सकें जिसे शादी के रूप में देखा जाता है। यहां असली मर्दांगी की पहचान ही यही है कि वो कितनी महिलाओं को आकर्षित कर सकता है।

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महिलाएं कितने भी पुरुष संग बना सकती हैं जोड़ियां

जो पुरुष एक साथ आंखें घुमा सकता है और मुस्कुरा सकता है, उसे आकर्षक माना जाता है। डांस के दौरान, महिलाओं को अपनी पसंद के पुरुषों को सीधे देखने की भी अनुमति नहीं होती; उन्हें भीड़ में काफी दूरी पर शर्माते हुए खड़ा होना पड़ता है।

रात में पुरुष उस डांस में भाग लेते हैं जिसे "पवित्र" डांस माना जाता है, जो प्राकृतिक शारीरिक सुंदरता पर आधारित होता है। हालांकि, इस दौरान मर्दों को मेकअप की परमिशन नहीं होती इसलिए नैचुरली गुड लुकिंग लोग ही इसमें भाग लेते हैं। आधी रात के बाद, जोड़ियां बननी शुरू होती हैं जो फिर झाड़ियों में रात बिताते हैं। एक महिला को तब तक जितने पुरुषों के साथ चाहे जोड़ी बनाने की अनुमति होती है जब तक उसे अपना आदर्श साथी नहीं मिल जाता।

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Published By : Sakshi Bansal

पब्लिश्ड 13 July 2025 at 11:21 IST