अपडेटेड 21 September 2025 at 10:40 IST

बर्बाद कर दूंगा... पिद्दी से देश वेनेजुएला को क्यों धमका रहे ट्रंप? बोले- ऐसी हालत करूंगा जो सोचा भी नहीं होगा

Donald Trump Threatens Venezuela: लैटिन अमेरिका में अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ती तनातनी अब खतरनाक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को वेनेजुएला को कड़े शब्दों में चेतावनी दी।

Donald Trump
Donald Trump | Image: The White House/X

Donald Trump Threatens Venezuela: लैटिन अमेरिका में अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ती तनातनी अब खतरनाक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को वेनेजुएला को कड़े शब्दों में चेतावनी दी।

उन्होंने कहा कि अगर वेनेजुएला उन कैदियों और मानसिक संस्थानों के लोगों को वापस नहीं लेता, जिन्हें उसने कथित तौर पर अमेरिका भेजा है, तो इसकी “कीमत अकल्पनीय” होगी। ट्रंप ने यह बयान अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर दिया। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि किन कैदियों की बात हो रही है और वे किस तरह अमेरिका पहुंचे।

इस बीच खबर आई है कि अमेरिकी सुरक्षा बलों ने वेनेजुएला से रवाना हुई एक और ड्रग-स्मगलिंग नाव को निशाना बनाया। उस हमले में नाव पूरी तरह नष्ट हो गई।

सैन्य तनाव का नया दौर

यह बयान ऐसे समय में आया है, जब दोनों देशों के बीच हाल ही में हुए घटनाक्रम ने तनाव को और बढ़ा दिया है। अमेरिकी नौसेना ने कैरिबियन सागर में अपने युद्धपोत, स्टील्थ फाइटर्स और परमाणु पनडुब्बी भेज दी हैं। इसके मुकाबले वेनेजुएला ने रूसी मूल के Su-30 MK2 लड़ाकू विमान तैनात कर दिए हैं, जो घातक Kh-31 सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइलों से लैस हैं।

Advertisement

18 सितंबर से ही वेनेजुएला ने ला ऑर्चिला द्वीप पर “सॉवरेन कैरिबियन 200” नाम से सैन्य अभ्यास शुरू किया है। इसमें 22 विमान, 12 युद्धपोत और करीब 20 नौकाएं शामिल की गईं। वेनेजुएला के रक्षा मंत्री व्लादिमिर पाद्रिनो ने इस अभ्यास को अमेरिका की “अन्यायपूर्ण आक्रामकता” का जवाब बताया।

खतरनाक हथियारों से लैस वेनेजुएला

Su-30 जेट्स और Kh-31 मिसाइलों का संयोजन अमेरिका के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है। Kh-31 मिसाइल की रफ्तार 3,300 से 4,300 किलोमीटर प्रति घंटा तक है। यह 110 से 250 किलोमीटर की दूरी से जहाजों पर वार कर सकती है। Kh-31A वेरिएंट बड़े युद्धपोतों जैसे फ्रिगेट और डिस्ट्रॉयर को निशाना बनाने के लिए है, जबकि Kh-31PD दुश्मन के राडार और एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर सकती है।

Advertisement

ट्रंप प्रशासन काफी समय से वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर नशे का व्यापार बढ़ाने और अमेरिका में ड्रग्स पहुंचाने का आरोप लगाता आया है। हाल के हफ्तों में अमेरिकी सुरक्षा बलों ने समुद्र में वेनेजुएला की दो नौकाओं पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया। इसी वजह से हालात और भी तनावपूर्ण हो गए हैं।

भारत और रूस से जुड़ा सूत्र

इस तनाव के बीच एक और दिलचस्प पहलू सामने आता है। रूस और भारत दोनों ही Su-30 लड़ाकू विमानों पर Kh-31 मिसाइल का इस्तेमाल करते हैं। रूस ने हाल ही में यूक्रेन युद्ध के दौरान इन्हें “सुपरसोनिक डेथ” का नाम दिया था। भारत ने 2001 में इस मिसाइल को खरीदा था और अब अपने स्वदेशी RudraM-II मिसाइल कार्यक्रम के विकास पर काम कर रहा है।

दोनों देशों के बीच चल रही यह खींचतान अब केवल आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित नहीं रही। समुद्र में टकराव, सैन्य तैनाती और मिसाइलों की धमक अमेरिकी महाद्वीप के इस हिस्से को किसी बड़े संघर्ष की आहट दे रही है।

ये भी पढ़ेंः H-1B Visa: भारत से अमेरिका जाने वाली फ्लाइट्स का किराया 2.8 लाख के पार

Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 21 September 2025 at 10:40 IST