अपडेटेड 10 October 2025 at 18:25 IST
खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे... ट्रंप को नहीं मिला नोबेल शांति पुरस्कार तो भड़का व्हाइट हाउस, कहा- उनकी प्राथमिकता राजनीति लेकिन...
व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशन डायरेक्टर स्टीवन चुइंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलने पर सवाल उठाया है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला। ये सम्मान वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को प्रदान किया है। अब इस फैसले पर व्हाइट हाउस गुस्से में लाल हो गया है और ऐसा बयान जारी किया है कि हर तरफ इसकी चर्चा शुरू हो गई है। राष्ट्रपति भवन ने इस फैसले को पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित करार देते हुए नोबेल समिति की कड़ी आलोचना की है।
शुक्रवार को नोबेल पुरस्कार की घोषणा होने के बाद, व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार का चयन पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक आधार पर किया गया, न कि वैश्विक शांति के लिए सच्चे प्रयासों को ध्यान में रखकर। व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने तल्ख टिप्पणी करते हुए X पर पोस्ट लिख इसकी आलोचना की है और ट्रंप को महान व्यक्ति बताया है।
शांति से ज्यादगा राजनीति को महत्व- व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशन डायरेक्टर स्टीवन चुइंग ने अपने X पोस्ट में लिखा, राष्ट्रपति ट्रंप शांति समझौते करते रहेंगे, युद्ध समाप्त करवाते रहेंगे और लोगों की जानें बचाते रहेंगे। उनका दिल मानवतावादी है और उनके जैसा कोई नहीं होगा जो अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से पहाड़ों को हिला सके। नोबेल समिति ने साबित कर दिया है कि वे शांति से ऊपर राजनीति को महत्व देते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का टूटा सपना
बता दें कि नोबेल पुरस्कार 2025 के विजेताओं का ऐलान हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सपना चूर हो गया और वेनेजुएला की मारिया कोरीना मचाडो को इस सम्मान से सम्मानित किया गया है। मारिया कोरिना मचाडो को वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के उनके अथक कार्य और तानाशाही से लोकतंत्र में न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण संक्रमण प्राप्त करने के उनके संघर्ष के लिए दिया गया।
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मारिया कोरीना मचाडो को मिला सम्मान
नोबेल कमिटी ने उनके इस प्रयास को ‘लोकतांत्रिक मूल्यों की वैश्विक रक्षा का प्रतीक’ बताया। इसी के साथ डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल पुरस्कार जीतने का सपना टूट गया। मारिया कोरीना मचाडो के नाम का ऐलान करते हुए नोबेल समिति ने कहा, 'लोकतंत्र उन लोगों पर निर्भर करता है जो चुप रहने से इनकार करते हैं, जो गंभीर जोखिम के बावजूद आगे बढ़ने का साहस करते हैं, और जो हमें याद दिलाते हैं कि स्वतंत्रता को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए, बल्कि इसे शब्दों, साहस और दृढ़ संकल्प के साथ हमेशा सुरक्षित रखना चाहिए।'
कौन है मारिया कोरिना मचाडो?
बता दें कि मारिया मचाडो 2011 से 2014 तक वेनेजुएला की राष्ट्रीय सभा की निर्वाचित सदस्य के रूप में काम कर चुकी हैं। वह वेनेजुएला की वर्तमान में विपक्ष की नेता है और वर्तमान सरकार के खिलाफ लोकतांत्रिक आंदोलन का नेतृत्व कर रही हैं। मारिया का जन्म 7 अक्टूबर 1967 को हुआ था और वो एक एक औद्योगिक इंजीनियर भी हैं। मारिया ने इंजीनियरिंग और फाइनेंस की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपना करियर व्यापार जगत में शुरू किया था, मगर उनकी रूची समाजसेवा में थी। फिर जल्द ही उन्होंने समाजसेवा और राजनीति का रास्ता चुना ताकि वे अपने देश के लोगों के जीवन में बदलाव ला सकें और उनकी आवाज बुलंद कर सके।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 10 October 2025 at 17:45 IST